न्यू पेंशन स्कीम एम्पलाइज फेडरेशन ऑफ राजस्थान के बैनर तले जिला मुख्यालय पर स्थित अंबेडकर सर्किल पर कर्मचारियों ने प्रदेश सचिव विनोद बारवाल के नेतृत्व में एनपीएस अधिसूचना की प्रति जलाकर विरोध प्रकट किया।
जिला आईटी प्रभारी ओमप्रकाश मीणा ने बताया कि 22 दिसम्बर 2003 को तत्कालीन केंद्र सरकार ने अधिसूचना जारी कर केंद्र में लाखों कर्मचारियों, अधिकारियों व अर्धसैनिक बलों के लिए चली आ रही पुरानी पेंशन योजना की जगह न्यू पेंशन स्कीम लागू कर दी जो पूर्णत शेयर मार्केट पर आधारित है। जिसके दुष्परिणाम कर्मचारियों व अधिकारियों को सेवानिवृत्त होने के बाद देखने को मिल रहे हैं। आज न्यू पेंशन स्कीम के दायरे में आने वाला कार्मिक जब सेवानिवृत्त हो रहा है तो उसकी मासिक पेंशन 900 से 1200 रुपये तक निर्धारित होने के उदाहरण हमारे सामने आ रहे हैं। केंद्र के दबाव में ही राजस्थान सरकार ने भी 1 जनवरी 2004 के बाद से नियुक्त सरकारी कर्मचारी पर भी न्यू पेंशन स्कीम लागू कर कार्मिक का भविष्य अंधकारमय बना दिया। इन सब को देखते हुए देश व प्रदेश के लाखों कर्मचारियों, अधिकारियों सहित अर्धसैनिक बलों के लिए पुनः पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर रविवार को को एनपीएस अधिसूचना जारी होने की 16 वीं वर्षगांठ पर एक जनवरी 2004 के बाद नियुक्त कर्मचारियों ने इसका विरोध अधिसूचना की प्रति जलाकर किया।
इस दौरान प्रदेश पदाधिकारी हेमराज मीणा, प्रधानाचार्य जगदीश दुब्बी, मुकेश रांवल, ओम प्रकाश बनोटा, शंकर लाल झौपड़ा, हरिमोहन शर्मा, नरेन्द्र चौधरी, नरेश सोतोली सहित अनेक कर्मचारी अधिकारी उपस्थित थे।