नगर परिषद सभापति चुनाव कार्यक्रम के तहत आज नामांकन वापसी के अंतिम दिन सवाई माधोपुर में एक निर्दलीय प्रत्याशी द्वारा नाम वापस ले लिये जाने के बाद गंगापुर सिटी व सवाई माधोपुर नगर परिषद सभापति हेतू भाजपा व कांग्रेस में सीधा मुकाबला होगा।
हालांकि दोनों ही नगर परिषदों में किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। ऐसे में गंगापुर सिटी में भाजपा के शिवरतन और सवाई माधोपुर में कांग्रेस के विमल चन्द महावर कुछ निर्दलीय पार्षदों के सहयोग से सभापति के पदों पर आसीन होगें ऐसी प्रबल सम्भावना है।
निर्वाचन विभाग की सूचना के अनुसार सवाई माधोपुर नगर परिषद के 60 वार्डों में 27 पर कांग्रेस, 22 पर भाजपा, 10 पर निर्दलीय तथा एक सीपीआई प्रत्याशी ने चुनाव जीता है। इन आंकड़ों के हिसाब से कांग्रेस यहाँ अपना बोर्ड बनाने में पूरी तरह सक्षम दिखाई दे रही है। कांग्रेस ने सभापति पद के लिए 5वीं बार पार्षद चुने गये वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ता विमल चन्द महावर को अपना प्रत्याशी घोषित किया है।
यहाँ भाजपा ने वार्ड पार्षद का चुनाव हार चुके ओमप्रकाश डंगोरिया को अपना प्रत्याशी बनाया है। एक भाजपा से जुड़े निर्दलीय पार्षद योगेन्द्र ने सभापति पद हेतू नामांकन भरा था लेकिन नाम वापसी के अंतिम दिन आज नाम वापस ले लिया है। ऐसी स्थिति में अब भाजपा कांग्रेस के बीच मुकाबला है, लेकिन संख्या बल के आधार पर कांग्रेस के विमल चन्द महावर का सभापति चुनना लगभग तय माना जा रहा है।
इसी प्रकार गंगापुर सिटी में भाजपा के शिवरतन व कांग्रेस की रूकसार बानो के बीच मुकाबला है। लेकिन यहाँ भी संख्या बल के आधार पर भाजपा के शिवरतन का सभापति चुनना तय माना जा रहा है। सभापति के लिए चुनाव संबधित नगर परिषद में 20 दिसम्बर को होगा।
निर्वाचन विभाग द्वारा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार उपसभापति का चुनाव 21 दिसम्बर को होगा। सवाई माधोपुर नगर परिषद उपसभापति के लिए भी पार्षद अपने अपने दावपेच लड़ा रहे हैं। चर्चा है कि सवाई माधोपुर में उपसभापति को लेकर अनेक दावेदार विधायक दानिश अबरार पर दबाव बना रहे हैं। जिन लोगों के उपसभापति के लिए नाम चर्चा में है उनमें प्रमुख रूप से नव निर्वाचित वरिष्ठ पार्षद एडवोकेट गिर्राज सिंह गूर्जर का नाम आ रहा है। जबकि जातिय समीकरण के आधार पर वरिष्ठ पार्षद अली मोहम्मद का नाम चर्चा में है। हालांकि ये भी चर्चा है कि सभापति के दावेदार रहे सुनील तिलकर या महिला पार्षद योगिता टटवाल को भी उपसभापति के पद से नवाजा जा सकता है। बहरहाल ये सब विधायक दानिश अबरार पर निर्भर करेगा।