जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने एक बार फिर आमजन से अपील की है कि वे घरों में ही रहे, पूर्ण सतर्क रहे तथा गम्भीर बीमारी जैसी स्थिति को छोड़कर जन अनुशासन पखवाड़े की छूट का इस्तेमाल करने से बचे। कलेक्टर ने बताया कि स्थिति अभी ज्यादा खराब नहीं है लेकिन थोड़ी सी भी लापरवाही आपके स्वयं के लिए, अपने परिवार के लिए और जिले के लिए बहुत भारी पड़ सकती है। अप्रैल के पहले 26 दिन में जिले में 22314 टेस्ट में से 4113 पाॅजिटिव मिले हैं जबकि गत पूरे साल और इस साल के पहले 2 माह में मात्र 2471 पाॅजिटिव केस मिले। महत्वपूर्ण बात यह है कि अप्रैल में पाॅजिटिव मिले लोगों में से अभी तक 25.46 प्रतिशत ही रिकवर हुए है, हांलाकि इसका मुख्य कारण यह है कि अप्रैल के ज्यादातर पाॅजिटिव गत 10 दिन में ही आये है और इन्हें रिकवर होने में अभी थोड़ा समय लगेगा। इससे पूर्व नवम्बर में सर्वाधिक संक्रमण दर 8.78 प्रतिशत थी यानि प्रति 10 हजार सैंपल में से 878 पाॅजिटिव आ रहे थे। अप्रैल में यह दर 18.43 प्रतिशत हो गई है जो चिंताजनक है। कलेक्टर ने बताया कि संक्रमण से बचाव के लिए एक ओर मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग की पालना आवश्यक है, वहीं 45 साल से अधिक आयु के प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीन की दोनो डोज लगा लेने चाहिए। अभी जिले में 1.71 लाख ने पहला डोज और 33 हजार लोगों ने दोनो डोज लगवाए है।
वैक्सीन के दोनों डोज लगवाने के बाद एक और संक्रमण का खतरा बेहद कम हो जाता है, दूसरी ओर दुर्भाग्य से पाॅजिटिव भी आ जाये तो जान जाने की सम्भावना शून्य के लगभग है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन जान बचाने के लिए है, वैक्सीन लगाने के बाद 100 में से 2 व्यक्तियों को 2 दिनों के लिये बुखार आ जाये तथा वे दवा लेकर 2 दिन में सही भी हो जाये तो वैक्सीन कैसे जीवनरक्षक साबित नही हुई। ब्रिटेन, इसराइल समेत जिन देशों में वैक्सीन ज्यादा लोगों को लग चुकी है, वहां कोरोना बड़ी हद तक काबू में आ चुका है।