गुर्जर आरक्षण आंदोलन के बड़े नेता कर्नल किरोड़ीसिंह बैंसला का आज जयपुर के मणिपाल हॉस्पिटल में निधन हो गया है। कर्नल किरोड़ी बैंसला काफी समय से बीमार चल रहे थे। उनके पुत्र विजय बैंसला ने कहा की – “पिताजी नो मोर”, विजय बैंसला अपने पिता कर्नल बैंसला को मणिपाल अस्पताल लेकर गए थे, जहां पर उनका इलाज किया गया एवं बाद में CPR दी गई। कुछ देर बाद ही चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सुबह 7:36 बजे से CPR किया जा रहा था, उसके बाद 15 मिनट बाद डॉक्टर्स ने कर्नल किरोड़ीसिंह बैंसला को मृत घोषित कर दिया। कर्नल किरोड़ीसिंह बैंसला का जन्म 12 सितंबर 1940 में हुआ था। 81 वर्ष की उम्र में आज उन्होंने सुबह अंतिम सांस ली है।
कर्नल किरोड़ी बैंसला का जन्म करौली के टोड़ाभीम तहसील के मुंडिया गांव में हुआ था। उन्होंने गुर्जर आरक्षण के लिए हमेशा अपनी आवाज बुलंद की। कर्नल किरोडीसिंह बैंसला साल 2007 से चल रहे गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के मुखिया भी रहे हैं। उनके नेतृत्व में गुर्जर समाज द्वारा आरक्षण की मांग को लेकर प्रदेश में कई बड़े – बड़े आंदोलन हुए है। इसके बाद सरकार ने गुर्जर समेत कई जातियों के लिए एमबीसी विशेष पिछड़ा वर्ग के नाम से पांच प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान भी किया था।