कांग्रेस पार्टी ने एग्ज़िट पोल में चर्चा के लिए अपने प्रवक्ता को ना भेजने का फैसला किया है। कांग्रेस के इस निर्णय पर बीजेपी तीखी प्रतिक्रिया दे रही है। शुक्रवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि कांग्रेस ‘डिनायल मोड’ में है। वहीं कांग्रेस के प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने एक्स पर लिखा है कि, “मतदाताओं ने अपना वोट डाल दिया है और उनका फैसला सुरक्षित है। चार जून को नतीजे आ जाएंगे। उससे पहले, हम कयासबाजी और टीआरपी की दौड़ में शामिल होने की कोई वजह नहीं देखते।
कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि 4 जून तक पार्टी टीवी पर किसी बहस में हिस्सा नहीं लेगी। कांग्रेस ने कहा है कि किसी भी बहस का मकसद लोगों को जागरूक करना होना चाहिए। हम चार जून के बाद बहस में हिस्सा लेंगे। कांग्रेस के इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए अमित शाह ने कहा कि, “चुनाव के दौरान वो दावा करते रहे कि उन्हें बहुमत मिल रहा है।
अब वो ये जानते हैं कि एग्ज़िट पोल में वो बुरी तरह हार जाएंगे। इसलिए ही वो एग्ज़िट पोल की पूरी प्रक्रिया को ही खारिज कर रहे हैं।” वहीं बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक्स पर लिखा है कि कांग्रेस का एग्ज़िट पोल में शामिल ना होना ये बताता है कि कांग्रेस अपनी हार स्वीकार कर चुकी है।
(सोर्स : बीबीसी न्यूज हिन्दी)