सरकार की मंशा के अनुरूप प्रदेश का भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए मुस्तैदी से काम कर रहा है। लेकिन प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने में आमजन का सहयोग भी बहुत जरूरी है।
यह बात प्रदेश के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के एसीबी एडीजी दिनेश एम.एन. ने शुक्रवार को सवाई माधोपुर स्थित एसीबी कार्यालय प्रांगण में आम जन व मीडिया से रूबरू होते हुए कही।
एसीबी डीआईजी, एसपी, एएसपी तथा सवाई माधोपुर एसीबी प्रभारी उप अधीक्षक राजेश सिंह की मौजुदगी में आम जन से आह्वान किया कि रिश्वत लेना और देना दोनों ही अपराध की श्रेणी में आते हैं। ऐसे में आप लोग अपना काम कराने के बदले किसी को रिश्वत न दें, अगर बिना पैसे आपका कोई कार्मिक, अधिकारी काम नहीं कर रहा है तो आपको रिश्वत देने के बजाय एसीबी को एक फोन पर जानकारी देने की जरूरत है। बाकी सारा काम हमारी टीम खुद कर लेगी।
उन्होने कहा कि एसीबी हेल्प लाईन नम्बर 1064 है, जिस पर आप कभी भी किसी भी समय सूचना देकर अपनी समस्या का समाधान कर सकते हैं।
उन्होने कहा कि देश के 70 वर्षों के इतिहास में पहला मौका है, जब हमारे विभाग का सवाई माधोपुर प्रभारी रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उसके साथ रिश्वत देने वाला अधिकारी भी गिरफ्तार किया गया है।
एडीजी ने मीडिया के प्रश्न के जवाब में कहा कि भैरूलाल एएसपी व डीटीओ की गिरफ्तारी के बाद की कार्यवाही जाँच विभाग की उच्च स्तरीय टीम कर रही है। इस मामले में जिन लोगों की पहचान हो चुकी है, उनके खिलाफ कार्यवाही प्रस्तावित है, जबकि कुछ अन्य कार्मिक जिनकी लिप्तता है पर पहचान नहीं हो पाई है, उनका पता लगाया जा रहा है।
इस मौके पर सैंकड़ों लोगों ने आमजन से जुड़ी भ्रष्टाचार से सम्बन्धित शिकायतें करते हुऐ अपने परिवाद दिये। इस मौके पर अनेक लोगों ने अवैध बजरी खनन में पुलिस की मिलीभगत, सड़क निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार, नगर परिषद में भ्रष्टाचार, बिजली विभाग में भ्रष्टाचार, टोल टेक्स की अवैध वसूली जैसे अनेक आरोप लगाये।
दिनेश एम.एन. ने सभी को उचित कार्यवाही के लिए आश्वस्त किया।