खिरनी क्षेत्र में इन दिनों गौवंश में लंपी का कहर बहुत तेज गति से फैल रहा है, जिसके कारण रोजाना गायों की मौत हो रही है। गांव के हेमराज तिवाड़ी, भागोता बैरवा, जगदीश माली, सहित कई गौवंश पालकों का कहना है गायों में लंपी बीमारी का उपचार करवाने के लिए पशु चिकित्सालय में जाते है तो वहां हमेशा चिकित्सालय के ताला लगा रहता है।
जिससे पशुपालक निराश लौटकर आ जाते है। गांव के पशु पालकों से मिली जानकारी के अनुसार कस्बे के पशु चिकित्सालय में एक पशुधन परिचर कर्मचारी था लेकिन उसे 1 सितम्बर को डेपुटेशन पर मलारना चौड़ लगा दिया है। जिस कारण पशु चिकित्सालय के अधिकतर ताला लगा रहता है। खिरनी के पशु चिकित्सालय में चिकित्साकर्मी नहीं होने के कारण गौपालकों को महंगे दामों पर गौवंश का उपचार करवाना पड़ रहा है। लेकिन उसके बाद भी गौंवंश की मौतें हो रही है।
पशु पालकों ने विभाग के उच्च अधिकारियों से पशु चिकित्सा विभाग की टीम से उपचार करवाने व गौवंश में टीका लगवाने की मांग की है। इसी प्रकार से क्षेत्र के पुनेता गांव में भी गौवंश में लंपी का कहर चल रहा है। लेकिन अभी तक वहां भी पशु चिकित्सा विभाग की टीम नहीं पहुंची है।