सवाई माधोपुर के स्थापना दिवस पर सांस्कृतिक संध्या का हुआ आयोजन
सवाई माधोपुर के 260वें स्थापना दिवस के अवसर पर दशहरा मैदान पर सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ जिला प्रभारी मंत्री भजन लाल जाटव, जिला प्रभारी सचिव डाॅ. समित शर्मा, जिला कलक्टर एवं जिला पुलिस अधीक्षक ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर किया। सांस्कृतिक संध्या में प्रकाश शर्मा एण्ड पार्टी सीकर द्वारा गणेश वंदना एवं मयूर नृत्य, कमलेश कुमार शर्मा करौली द्वारा शिव अराधना, रामप्रसाद एण्ड पार्टी निवाई द्वारा कच्ची घोड़ी अलगोजा नृत्य, गोपाल धानू एण्ड पार्टी शाहबाद बारां द्वारा सहरिया स्वांग, अशोक प्रमार एण्ड पार्टी डूंगर द्वारा भवाई नृत्य की आर्कषण प्रस्तुति दी गई।
वहीं नवीन कुमार जायसवाल एण्ड पार्टी सीकर द्वारा जोधपुरी चूंदड़ी और रंग दे, अमित एण्ड पार्टी छबड़ा बारां द्वारा कालबेलिया नृत्य, तेजकरण एण्ड पार्टी छबड़ा बारां द्वारा चकरी नृत्य, वहीं कृष्णा शर्मा एण्ड पार्टी निवाई द्वारा कृष्णरास फूलों की होली की प्रस्तुति ने उपस्थित दर्शकों को हमारी संस्कृति से परिचय करवाया। इस दौरान राजस्थानी संस्कृति थीम पर महिला एवं पुरूष वेशभूषा प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें दशहरा मैदान स्थित स्टेप बाय स्टेप स्कूल के छात्र अद्वेत जैमिनी ने प्रथम स्थान प्राप्त कर सबका दिल जीत लिया। बालक ने भगवान शिव का बालरूप धारण कर करपूरगौरम श्लोक का उच्चारण कर उपस्थित सभी दर्शकों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथियों ने बालक को अपनी गोद में लेकर फोटो ली व उसे आशीर्वाद दिया। सवाई माधोपुर स्थापना दिवस उत्सव के तहत शुक्रवार को पुलिस लाईन परेड मैदान में सूरवाल माॅडल स्कूल द्वारा बैण्डवादन, जयपुर एवं सवाई माधोपुर फुटबाॅल टीमों के मध्य मैत्रीमैच खेला गया। जिसमें दो एक से सवाई माधोपुर टीम विजेता रही।
सवाई माधोपुर स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में संगोष्ठी का हुआ आयोजन
शहीद कैप्टन रिपुदमन सिंह राजकीय महाविद्यालय सवाई माधोपुर में जिला प्रशासन के निर्देशानुसार सवाई माधोपुर शहर के 260वें स्थापना दिवस उत्सव पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. गोपाल सिंह ने बताया इस संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में साहित्यकार, कवि, इतिहासकार, भूगोलविद जिनमें एडीएम डॉ. नेगी, मोइन खान, डॉ. आरती रानी भदौरिया सह प्रभारी संगोष्ठी राजकीय कन्या महाविद्यालय, विनोद पदरज एवं एच एल शर्मा रहे।
इन्होंने बताया कि सवाई माधोपुर शहर अपने गौरवशाली इतिहास, अनूठे भूगोल एवं अनुपम नैसर्गिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। बाघों की नगरी के नाम से प्रसिद्ध, विश्व प्रसिद्ध रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान इसे अद्वितीय स्वरूप प्रदान करता है। संगोष्ठी में मोइन खान ने बताया कि सवाई माधोपुर शहर की विरासत को बचाने के लिए युवा वर्ग की सक्रिय भागीदारी की आवश्यकता है। विनोद ने बताया कि बहुत लोग शहर में रहते हैं और बहुत लोगों के भीतर शहर रहता है। हर कोई बाहर रहने वाला वाशिंदा अपने शहर में लोटने के लिए लालायित होता है। एच एल शर्मा ने कविता के माध्यम से पूरे सवाई माधोपुर शहर की नदियों, हवेलियों, जालियों, झरोखों, सड़कों, मंदिरों का वर्णन किया।
डॉ. आरती रानी भदौरिया ने छात्रों से यहां की प्राचीन विरासत को सहज के रखने का आह्वान किया। प्राचार्य डॉ. गोपाल सिंह ने बताया कि सवाई माधोपुर शहर एक अद्भुत शहर है। हमें प्रशासन को हर स्तर पर सहयोग देकर शहर को स्वच्छ बनाने में पहल करनी होगी। एडीएम डॉ. नेगी ने कहा कि हर शहर की बसावट, बनावट और उसका अपना कल्चर है, समस्याएं मानव निर्मित है। इन्होंने नवाचार “इनसे मिलिए” के अंतर्गत जिले के स्थानीय साहित्यकार, कलाकार व विरासत से युवाओं एवं आम नागरिकों को रूबरू करवाने के लिए मंच गठन कर शहर की विरासत को सहज कर रखने का आह्वान किया। संगोष्ठी के संयोजक डॉ. प्रेम सोनवाल ने सवाई माधोपुर शहर को प्रकृति प्रेमियों का शहर बताया।
संगोष्ठी में छात्रसंघ अध्यक्ष सन्नी सैनी, संकाय सदस्य राजेंद्र प्रसाद राजौरा, डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा, डॉ. मो. शाहिद जैदी, कमलेश कुमार मीना, मनीषा शर्मा, सुमन रानी मीना, अंजू शर्मा, डॉ. प्रियंका सैनी एवं अनेक छात्र उपस्थित रहे। कार्यक्रम की समाप्ति पर संगोष्ठी संयोजक डॉ. प्रेम सोनवाल ने सभी अथितियो को धन्यवाद दिया।