हर शनिवार को आते है यहां लाखों यात्री, जिला प्रशासन और जन प्रतिनिधियों की उदासीनता पड़ रही है श्रद्धालुओं पर भारी
जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर पंचायत समिति चौथ का बरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र खंडार के गांव इटावा में लाखों लोगों की धार्मिक आस्था का केंद्र इटावा बालाजी जन प्रतिनिधियों एवं जिला प्रशासन की अनदेखी और उदासीनता के कारण पिछले काफी दिनों से भारी अव्यवस्थाओं का शिकार हो रहा है।
स्थानीय लोगों और बालाजी मंदिर ट्रस्ट पदाधिकारियों ने अनेक बार प्रशासन एवं क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों से बरवाड़ा लिंक रोड़ से बालाजी तक सड़क बनवाने तथा बालाजी के निकट निर्माणाधीन 8 लेन हाइवे के सहारे-सहारे बाई पास बनवाने की मांग की जाती रही है, लेकिन आज तक किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया। ग्रामीणों एवं ट्रस्ट पदाधिकारियों ने बताया कि जिस प्रकार हमारे जिले में चौथ माता बरवाड़ा व त्रिनेत्र गणेश चतुर्थी वार्षिक मेलो में लाखो श्रद्धालु आते है।
उसी प्रकार हर शनिवार को इटावा बालाजी के दर्शनार्थ जयपुर कोटा, बूंदी, अजमेर, बारां जिलों के अलावा राजस्थान, मध्यप्रदेश के दूरदराज श्रद्धालु यहां आते है। ग्रामीणों के अनुसार यहां आने वाले श्रद्धालुओं में अनेक लोग ऐसे होते है जो बरवाड़ा लिंक रोड़ से बालाजी तक करीब दो किलो मीटर कीचड़ और टूटी फूटी सड़क पर कनक दंडवत करते हुए पहुंचते है। जिन की हालत देखने काबिल होती है।
बालाजी ट्रस्ट पदाधिकारियों तुलसी राम, रामनिवास, गांव के पंच ने बताया की उनकी जानकारी में आया है की खंडार विधायक अशोक बैरवा ने सड़क निर्माण के लिए विधायक कोष से 40 लाख रुपए भी मंजूर किए है, लेकिन उसके बाद भी बालाजी की सड़क नहीं बन रही है। ट्रस्ट पदाधिकारियों ने यहां आने वाले श्रद्धालुओं की पीड़ा को देखते हुए प्रशासन एवं जन प्रतिनिधियों से मीडिया के माध्यम से बालाजी मंदिर तक सड़क बनवाने तथा 8 लेन हाइवे के सहारे सहारे बाईपास रोड बनवाने की मांग की है।