राजस्थान राज्य कल बुधवार यानि 30 मार्च 2022 को अपना स्थापना दिवस मनाने जा रहा है। राजस्थान स्थापना दिवस को लेकर इसकी तैयारियां जोरों पर है। वहीं, स्थापना दिवस पर राजधानी के निजी अस्पताल व नर्सिंग होम्स के डॉक्टरों ने काम करने का बहिष्कार किया है। राज्य में निजी अस्पतालों में डॉक्टरों पर हो रहे हमलों को लेकर डॉक्टरों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोला है।
जानकारी के अनुसार राजस्थान के दौसा जिले के लालसोट में स्थित आनंद अस्पताल में प्रसूता की मौत के बाद पुलिस द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के विरूद्ध हत्या का मामला दर्ज करने एवं दौसा में डॉक्टर अर्चना शर्मा की आत्महत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। डॉक्टरों ने ठीक राजस्थान स्थापना दिवस के दिन पहले साफ कर दिया है की जब तक दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं होगी, तब तक वह बाहरी मरीजों को अस्पतालों में नामांकन नहीं लेंगे।
प्राइवेट हॉस्पिटल्स एंड नर्सिंग होम्स सोसायटी ने कल बुधवार को जयपुर में मेडिकल सेवाएं बंद का ऐलान किया है। साथ ही दोषियों पर 302 में मामला दर्ज करने व तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। मेडिकल सेवाएं बंद रखने में सेवारत चिकित्सक संघ ने भी समर्थन दिया है। सोसायटी के सेक्रेटरी डॉ. विजय कपूर ने बताया कि इस बंद के तहत सभी निजी अस्पताल बंद रहेंगे एवं अस्पताल में सिर्फ भर्ती मरीज़ों को ही देखा जाएगा।
डॉ. विजय ने प्रशासन से मांग की है कि दोषी पुलिसकर्मियों को तुरंत प्रभाव से निलंबित करके जल्द गिरफ्तार किया जाए। साथ ही विजय कपूर ने बताया कि इस घटना के लिए ज़िम्मेदार पुलिस कर्मियों एवं परिजनों के विरूद्ध आत्महत्या के लिए उकसाने एवं मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट,2008 के तहत कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में यह आंदोलन तेज किया जाएगा। संपूर्ण स्थिति का जायजा लेने और आंदोलन की रूपरेखा तैयार करने के लिए कल बुधवार प्रात: 10 बजे जयपुर के सभी चिकित्सक जेएमए सभागार में एकत्रित होंगे।
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