सवाई माधोपुर: माइक्रोबायोलॉजी और प्लांट पैथोलॉजी के क्षेत्र में उल्लेखनीय शोध कार्य करने वाले डॉ. मुकेश मीणा को वर्ष 2024 में ScholarGPS® द्वारा विश्व के शीर्ष 0.05% वैज्ञानिकों में शामिल किया गया है। यह प्रतिष्ठित मान्यता उन्हें उनके उच्च गुणवत्ता वाले शोध प्रकाशनों, वैश्विक प्रभाव, और अकादमिक योगदान के लिए प्रदान की गई है।
हरिसिंह बारवाल सामाजिक कार्यकर्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि डॉ. मुकेश मीणा पुत्र रामसिंह (सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक) वर्तमान में मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर के वनस्पति विज्ञान विभाग में सहायक आचार्य के पद पर कार्यरत हैं। डॉ. मीणा ने अब तक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 150 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित किए हैं। इसके अलावा, उनकी 8 अंतर्राष्ट्रीय पुस्तकें भी स्प्रिंगर-नेचर और एल्सेवियर जैसी प्रतिष्ठित वैश्विक प्रकाशन संस्थाओं से प्रकाशित हो चुकी हैं।
यह उपलब्धियाँ उनके शोध के प्रभाव और वैज्ञानिक समुदाय में उनकी मान्यता को दर्शाती हैं। ScholarGPS® द्वारा यह रैंकिंग विश्व भर के लगभग 3 करोड़ वैज्ञानिकों के प्रकाशनों, उनके प्रभाव, और अकादमिक गुणवत्ता के गहन मूल्यांकन के आधार पर दी जाती है। इस मान्यता ने न केवल डॉ. मीणा की व्यक्तिगत उपलब्धियों को रेखांकित किया है, बल्कि भारतीय विज्ञान, विशेष रूप से माइक्रोबायोलॉजी और प्लांट पैथोलॉजी के क्षेत्र में भारत की पहचान को भी वैश्विक स्तर पर सुदृढ़ किया है। डॉ. मीणा की यह उपलब्धि भावी शोधकर्ताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है और भारत के वैज्ञानिक योगदान को विश्वपटल पर उजागर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।