जयपुर : एक बार फिर पुराने जख्म हरे हो गए जहां एक ओर जहां राजधानी जयपुर 16 साल पहले हुए बम धमाकों में खोए अपनों का दुख मना रहा था वहीं दूसरी ओर आज ही के दिन शहर के 37 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी देकर फिर से राजधानी को जख्म देनी की साजिश रची गई। संयुक्त अभिभावक संघ ने कहा की जयपुर शहर के लोग और खासकर विद्यार्थी पहले सड़कों पर घूम रहे असमाजिक तत्वों से पीड़ित थी किंतु अब लगता है शिक्षा के मंदिरों में भी सुरक्षित नहीं रह सकते है। सोमवार 13 मई को जहां राजधानी जयपुर के 37 स्कूलों के प्रिंसिपल को बम से उड़ाने की जानकारी मेल के जरिए दी गई अभी कुछ दिनों पहले दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, गाजियाबाद के भी सैकड़ों स्कूलों को बम से उड़ाने की सूचना मिली थी जिससे हड़कंप मच गया था और अभिभावकों व विद्यार्थियों में भी डर बैठ गया था।
संघ प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा की सरकार और प्रशासन को ऐसी सूचनाओं पर तत्काल प्रभाव से कार्य कर दोषियों को हिरासत में लेकर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए और सजा देनी चाहिए यह कोई साधारण घटना नहीं बल्कि देश, समाज, घर, परिवार के भविष्य को उजाड़ने जैसी साजिश है जो कतई बर्दाश्त नही की जा सकती है। ऐसी असमाजिक वारदातों से ना केवल विद्यार्थियों में डर का माहौल बन रहा है बल्कि अभिभावकों में भी चिंता सताने लगी है, राज्य सरकार और प्रशासन को ऐसे घटनाक्रम पर गंभीरता दिखाते हुए उच्च स्तरीय जांच बैठाकर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए और सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त करने चाहिए। जिससे प्रत्येक असमाजिक तत्व को अपराध करने से पहले सौ बार सोचना पड़ जाए।