आजादी का अमृत वर्ष: पर्यावरण को समर्पित होगा अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति का 17वां राष्ट्रीय अधिवेशन
अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति (पंजीकृत) साहित्य, कला, संस्कृति और देश की समस्त भाषाओं के उन्नयन को समर्पित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित एक गैर सरकारी देश की एक अग्रणी संस्था है। संस्था अभी तक दिल्ली, मुंबई, गोवा, गुवाहाटी, जम्मू कश्मीर, शिमला, बैंगलुरू, अंडमान निकोबार, शिरडी, बद्रीनाथ, ग्वालियर, मुरैना, हिसार, विशाखापत्तनम, गाजियाबाद और मसूरी सहित देश के भिन्न-भिन्न 16 राज्यों में अपने राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित कर चुकी है और आजादी के अमृत वर्ष पर अपना अगला तीन दिवसीय सत्रहवां राष्ट्रीय अधिवेशन “गुजरात साहित्य महोत्सव” गुजरात की राजधानी गांधी नगर में आगामी 28, 29 एवं 30 दिसंबर 2022 को आयोजित करने जा रही है। इस अधिवेशन में देशभर के साहित्यकार, संगीतकार और संस्कृतिकर्मी भाग ले रहे हैं। संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित सुरेश नीरव के अनुसार आजादी के अमृत वर्ष पर प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय अभियान “स्वच्छ भारत: स्वस्थ भारत” को केंद्र में रखकर तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन हो रहा है जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से अनेक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
समारोह में लब्धप्रतिष्ठित साहित्यकार जयप्रकाश पांडेय, शिक्षा निदेशक भारत सरकार ,नई दिल्ली, सुप्रसिद्ध संगीतकार डॉ. राजकुमार नाहर, निदेशक दूरदर्शन केन्द्र पटना, बिहार, मुंबई महाराष्ट्र से सुप्रसिद्ध गायक और संगीतकार दंपति डॉ. ज्योत्सना राजोरिया, शिव राजोरिया, मशहूर शायरा और भजन गायिका डॉ. ऋचा सिन्हा, कर्नाटक बैंगलुरू से लब्धप्रतिष्ठ गीतकार ज्ञानचंद मर्मज्ञ, तेवरी के सशक्त हस्ताक्षर दर्शन बेजार, सुपरिचित हिंदी सेवी शरद ज्ञानचंद, तेलंगाना हैदराबाद से प्रतिष्ठित हिंदी सेवी और लोकप्रिय कवि प्रदीप भट्ट, देहरादून उत्तराखंड से प्रतिष्ठित कवि सुभाष सैनी, हरियाणा गुरुग्राम से लोकप्रिय कवि राजेन्द्र राज निगम, प्रतिष्ठित कवयित्री इंदु राज निगम, वैज्ञानिक चेतना के कवि यशपाल सिंह (यश), प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश से लब्धप्रतिष्ठ शिक्षाविद् और कवि डॉ. एल.बी. तिवारी अक़्स, गाजियाबाद उत्तर प्रदेश से अंतरराष्ट्रीय चिंतक, पत्रकार पंडित सुरेश नीरव, लोकप्रिय कवयित्री मधु मिश्रा, बिहार पटना से कविवर ऋषि सिन्हा, सवाई माधोपुर राजस्थान से लब्ध-प्रतिष्ठ शिक्षाविद्, समाजसेवी डॉ. मधु मुकुल चतुर्वेदी, शिक्षाविद् डॉ. इंद्रा चतुर्वेदी, मध्यप्रदेश इंदौर से कवि एवं ज्योतिषविद् आलोक रंजन (इंदौरवी), नागदा मध्यप्रदेश से प्रतिष्ठित कवि दिनेश दवे, शाजापुर मध्यप्रदेश से राजेन्द्र विश्वकर्मा और भारत की राजधानी दिल्ली से सुप्रसिद्ध कवि एवं संपर्क भारती के संपादक सुधेंदु ओझा, लोकप्रिय कवि एवं शिक्षाविद् ब्रह्मदेव शर्मा, कवि एवं विज्ञान लेखक राजेश लखेरया, लोकप्रिय कवयित्री और गायिका उमंग सरीन, शिक्षाविद् और हिंदी, अंग्रेजी,बांग्ला भाषा की प्रतिष्ठित कवयित्री रंजना मजूमदार, लब्ध प्रतिष्ठित कवियित्री डॉ. वीणा मित्तल और शिक्षाविद् प्रभा सारस्वत सहित अनेक प्रतिष्ठित सृजनकर्मी इस अधिवेशन में सम्मिलित हो रहे हैं।
अधिवेशन के पहले सत्र में जहां पर्यावरण और ग्लोबल वार्मिंग के ज्वलंत संदर्भ पर आलेख वाचन, पुस्तक लोकार्पण और संस्था के प्रतिष्ठित अलंकरण से रचनाकारों को सम्मानित किया जाएगा। अधिवेशन के दूसरे सत्र में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। तीसरे दिन शैक्षिक पर्यटन कार्यक्रम के साथ अधिवेशन संपन्न घोषित किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि संपूर्ण अधिवेशन का लाइव प्रसारण भी किया जाएगा।