जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने ई-मित्र प्लस के माध्यम से जिले के सभी ब्लॉक सीएमएचओ, बीडीओ, प्रोग्रामर, आंगनवाडी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी, साथिन और ई-मित्र प्लस ऑपरेटर की आज शनिवार को बैठक ली। बैठक में कलेक्टर ने जिले के सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे वर्चुअल बैठक के लिए ई-मित्र प्लस का प्राथमिकता के आधार पर उपयोग करें, अपने कार्यालय में आने वाले परिवादी को इस मशीन की संचालन प्रक्रिया से अवगत करवायें। कलेक्टर ने बताया कि गुड गवर्नेंस और ई गवर्नेंस एक दूसरे से जुड़े हुए है। आमजन जानकारी के अभाव में सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटता है जबकि उसकी काफी समस्याओं का समाधान ई-मित्र प्लस पर हो सकता है। उन्होंने बताया कि जिले में 300 ई-मित्र प्लस मशीन संचालित हैं, इनमें से 208 ग्रामीण और 92 शहरी क्षेत्र में हैं। इसके माध्यम से मूल निवास, जाति, विवाह पंजीकरण, जन्म, मृत्यु, पुलिस चरित्र, अल्पसंख्यक, विकलांगता प्रमाण पत्र, विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रवेश पत्र, जमाबंदी, नक्शा व गिरदावरी की नकल, आधार और जन आधार कार्ड प्रिंट कर सकते हैं। पानी, बिजली और टेलीफोन के बिल के भुगतान के साथ ही मोबाईल रिचार्ज कर सकते है। सामाजिक सुरक्षा पैंशनर का वार्षिक सत्यापन, संपर्क पोर्टल पर दर्ज शिकायत व न्यायालय प्रकरण की स्थिति की ताजा अपडेट, विभिन्न विभागीय योजनाओं के लाभार्थियों की जानकारियां भी सुगमता से प्राप्त की जा सकती है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में जिले में इन मशीनों से कुल 35 लाख 70 हजार रूपए के 20165 ट्रांजेक्शन किये गये है। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि उपलब्ध ई-मित्र प्लस मशीन ऑपरेटर को समय पर उपलब्ध रहने हेतु पाबंद करें और मशीन को प्रतिदिन चालू रखें।
नियमित बिजली व इंटरनेट की उपलब्धता सुनिश्चित करें। मशीन की सुरक्षा हेतु पुख्ता इंतजाम करें। मशीन सुगमता से जनसाधारण को उपलब्ध हो, इस हेतु उचित स्थान पर मशीन को रखें व आवश्यक सामग्री जैसे-पेपर, पीवीसी कार्ड, रोल पेपर और कार्टेज इत्यादि की उपलब्धता सुनिश्चित करवाएं। मशीन में किसी भी प्रकार की समस्या पाये जाने पर सीआरएन दर्ज कराते हुए पंचायत समिति अथवा जिला स्तर पर सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग को अवगत करावें। ई-मित्र प्लस मशीन से दी जाने वाली सुविधाओं का फ्लेक्स/पोस्टर कार्यालय के बाहर चस्पा कर करें। वीसी में एडीएम डॉ. सूरज सिंह नेगी, जिला परिषद सीईओ आर. एस. चौहान, सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग के संयुक्त निदेशक लक्ष्मीकांत तंवर, महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक ऋचा चतुर्वेदी और सीएमएचओ डॉ. तेजराम मीणा भी उपस्थित रहे।