तेजा मेले में नकली नोट चलाने के मामले में पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ के बाद मामले से जुडी परतें खुलने लगी हैं। ब्यावर पुलिस ने दिल्ली जाकर क्राइम ब्रांच में पेपरलीक मामले में शामिल शिवलाल गोदारा सहित पांच जनों से पूछताछ की। पूछताछ में सामने आया कि नकली नोट अजमेर में ही छपे थे। नकली नोट गिरोह का सरगना झालावाड़ का है। जिसकी तलाश में पुलिस की अलग-अलग टीमें रवाना की गई है। शिवलाल गोदारा सहित अन्य आरोपियों ने दिल्ली क्राइम ब्रांच की पूछताछ में कबूला कि अजमेर में गणेश गुवाडी में नकली नोट छापने का काम किया गया।
दिल्ली पुलिस नकली नोट छापने में प्रयुक्त की गई मशीन सहित अन्य उपकरण दिल्ली ले गई। ब्यावर पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि गिरोह में अलग-अलग स्थानों के गुर्गे शामिल है। शहर थानाधिकारी भूराराम खिलेरी ने बताया कि ब्यावर पुलिस की टीम एसआई हनुमानराम के नेतृत्व में दिल्ली पहुंची। दिल्ली में क्राइम ब्रांच कार्यालय में पेपर लीक मामले में वांछित शिवलाल गोदारा से ब्यावर के नकली नोट मामले को लेकर पूछताछ की। उसके साथ ही संजीव, सागवाडा निवासी हिमांशु जैन व लोकेश एवं बोरुंदा निवासी शकूर से पूछताछ की। पुलिस पूछताछ के बाद सामने आया है कि नकली नोट गिरोह का सरगना झालावाड़ का रहने वाला है।
ऐसे जुड़े तार
खिलेरी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी भंवरिया पाटन निवासी दीपक, सुरेन्द्र एवं श्रवणी उर्फ सानिया को नागौर जिले के थांवला पुलिस थानान्तर्गत ग्राम कल्याणपुरा निवासी दुर्गाराम उर्फ दुर्गेश ने नकली नोट उपलब्ध करवाए थे। पुलिस ने दुर्गाराम से पूछताछ की तो मामला के तार शिवलाल गोदारा से जा मिले। जब पुलिस ने शिवलाल के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि गोदारा सहित पांच जनों को नकली नोट प्रकरण में दिल्ली पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। इस मामले में जानकारी जुटाने के लिए ब्यावर पुलिस की टीम दिल्ली पहुंची तो यह मामला सामने आया।
शहर थाना पुलिस ने ब्यावर के तेजा मेले में दो युवक और एक महिला को 500 रुपए के जाली नोट चलाते पकड़ा। यह तीनों फुटकर खरीदारी करते हुए नोट चला रहे थे। पुलिस ने इस मामले में भंवरिया पाटन निवासी दीपक, सुरेन्द्र एवं श्रवणी उर्फ सानिया को पकड़ा। इनके कब्जे से पांच सौ रुपए के 90 नकली नोट यानी 45 हजार की नकली करंसी बरामद की। इनके पास नकली नोट चलाने से प्राप्त की गई 3600 रुपए की असली करंसी भी बरामद हुई।