गुजरात: गुजरात में तीन दिनों से हो रही भारी बारिश से कई इलाकों में जलभराव और बाढ़ जैसे हालात बने हुए है। सौराष्ट्र और मध्य गुजरात में 48 घंटों से मूसलाधार बारिश के कारण कई गांवों और कस्बों में पानी भर गया है। वडोदरा शहर बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। यहां कई हिस्सों में जलभराव देखने को मिला है जिससे स्थिति बेहद नाज़ुक है।
राज्य सरकार ने बुधवार को बताया कि राहत एवं बचाव कार्य के लिए सेना को बुलाया गया है। स्वास्थ्य मंत्री और सरकार के प्रवक्ता रुषिकेश पटेल ने बताया कि कुछ इलाकों में 10 से 12 फीट पानी भरा हुआ है। वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि भारी बारिश और अजवा बांध से पानी छोड़े जाने के बाद शहर से होकर बहने वाली विश्वामित्र नदी मंगलवार सुबह खतरे के निशान 25 फीट को पार कर गई है।
वहीं गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बुधवार को गांधीनगर में बाढ़ की स्थिति के लिए राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की। हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार पिछले तीन दिनों में गुजरात में भारी बारिश और बाढ़ के कारण 28 लोगों की जान चली गई है, जबकि करीब 40 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार गुजरात में भारी बारिश के कारण दो दिनों में कुल 16 लोगों की मौ*त हुई है। गुजरात के सौराष्ट्र खासकर द्वारका, जामनगर, पोरबंदर, मोरबी, जूनागढ़ और राजकोट जिलों में हर जगह मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है।
(सोर्स : बीबीसी न्यूज हिन्दी)