यूक्रेन में फंसे सवाई माधोपुर से सटे श्योपुर शहर के तीन छात्रों ने लगाई गुहार
यूक्रेन पर रूस के हमले के पश्चात यूक्रेन में हालात बेहद खराब बने हुए हैं, ऐसे में कई भारतीय छात्रों के साथ ही सवाई माधोपुर जिले के समीपवर्ती व पास की सीमा से सटे जिले श्योपुर के भी तीन छात्र वहां फंसे हुए हैं। ऐसे में छात्र वहां सुरक्षित जगहों में शरण लिए हुए हैं तथा मिसाइली हमलों एवं बम धमाकों से डरे व सहमे हुए हैं, वहीं यहां उनके परिजन चिंतित हैं, साथ ही भारत सरकार और मध्यप्रदेश सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि उनके बच्चों को भारत लाया जाए। श्योपुर के तीन छात्रों में से दो यूक्रेन के खारकिव शहर में फंसे हैं, वहीं एक छात्र विनित्स्या शहर में फंसा हुआ है। तीनों छात्र फिलहाल सुरक्षित हैं, लेकिन भय और दहशत के माहौल के बीच सीमित संसाधनों के बीच दिन काट रहे हैं।
छात्र मोहित बोले-यहां हालात बहुत खराब बने हुए हैं:-
श्योपुर निवासी दवा विक्रेता नरेंद्र शर्मा के पुत्र मोहित शर्मा यूक्रेन के विनित्स्या शहर में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा हैं। रूस के अटैक के पहले ही मोहित ने भारत आने का प्लान था और 27 फरवरी को फ्लाइट का टिकट भी बुक करवा लिया था, लेकिन 24 फरवरी रूस के हमले से वहीं फंस गए।
चारों ओर डर एवं दहशत का माहौल:-
राजकीय पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ.एसडी राठौर के पुत्र गोविंद राठौर यूक्रेन के खारकिव शहर में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। गोविंद का इस साल अंतिम वर्ष में है और कुछ दिन बाद उनकी परीक्षाएं प्रारंभ होने वाली थी। इसके चलते गत गुरुवार को रूस के हमले के बाद अन्य छात्रों के साथ सुरक्षित जगह पर जाने के लिए निकले और लगभग 24 घंटे तक भूमिगत मेट्रो स्टेशन पर रहे। इसके बाद कल शुक्रवार को एबेंसी की एडवाइजरी के अनुसार गोविंद और अन्य छात्र वापस अपने रूम पर पहुंच गए, लेकिन गोविंद ने बताया कि चारों ओर डर और दहशत का माहौल बना हुआ है। मिसाइलों के धमाके जारी है, जिससे हर समय डर लगा रहता है।