राजस्थान में रेगिस्तानी इलाकों में सूर्यदेवता अपना कहर बरपाने लगे हैं। आलम यह है कि सुबह सूरज निकलने के साथ ही बढ़ती उमस से जहां लोग पसीने से तरबतर हो रहे हैं तो दूसरी तरफ तपतपाती धूप में लोगों का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। आलम यह है कि पश्चिमी राजस्थान के रेगिस्तान में गांव से लेकर शहर तक पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। बाड़मेर, बालोतरा जैसलमेर जिले के प्रशासन ने जो भी इंतजामात किए थे वह पूरी तरीके से नकारा हो गए हैं। जिले के जलदाय विभाग के अधिकारी दबी जुबान में खुद मानते है कई गांवों में पानी की सप्लाई 25 से 30 दिन के बीच में हो रही है। लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
कहने को तो सरकार ने ग्रामीण इलाकों में पानी के टैंकर से सप्लाई शुरू की है लेकिन मुख्य पाइप लाइन से जल माफिया कितने टैंकर चोरी कर रहे है उसका कोई हिसाब किताब नहीं है। बिना जलदाय विभाग से सांठगांठ के पानी की एक बूंद चोरी नहीं हो सकती लेकिन आज तक कोई कार्यवाही विभाग के कारिंदे पर नहीं हुई। अवैध जल कनेक्शन राजस्थान में सबसे ज्यादा रेगिस्तान में है। यही वजह है कि गर्मी के बढ़ते ही पूरा तंत्र लड़खड़ा गया है। शहर से लेकर बॉर्डर इलाके के लोग पशुधन को बचाने के लिए महंगे दाम में उसी पानी के टैंकर डलवाने को मजबूर जो पानी उनके हक का था। हालात दिन ब दिन इतने खराब हो रहे है मानो प्रशासन प्यास की वजह से मौ*त के मातम का इंतजार कर रहा है और उसके बाद शायद कुछ होगा। बहरहाल हालात आपे से बाहर है।
ग्रामीण महिला विद्यापीठ, उच्च माध्यमिक विद्यालय मैनपुरा, सवाई माधोपुर
माध्यम अंग्रेजी एवं हिन्दी
कक्षा – L.K.G. से 12वीं तक
संकाय – विज्ञान, कला (उर्दू साहित्य)
शीघ्र आवश्यकता
पूर्व प्राथमिक से उच्च माध्यमिक स्तर हेतु सभी विषयों हेतु
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महिलाओं को प्राथमिकता
सम्पर्क: प्रातः 8 बजे से 12 बजे तक
मो. 9 46146 2222, 98876 41704