जयपुर:- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का सलाहकार नियुक्त होने के बाद ही निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा ने बड़ा बयान दिया है। गंगापुर सिटी से निर्दलीय रामकेश मीणा ने मिडिया से बात कर पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट पर गंभीर आरोप लगाए है। मीणा ने सचिन पायलट पर आरोप लगाया कि निर्दलीय विधायकों को पायलट के कहने पर राज्य मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि यदि पार्टी 2018 की तरह सचिन पायलट को फिर से चुनाव लड़ाने की भूमिका में रखा गया तो पार्टी को इसका भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
रामकेश मीणा ने कहा कि यदि ऐसा हुआ तो मैं तथा निर्दलीय विधायक ही नहीं बल्कि राजस्थान के 40 से अधिक विधायक कांग्रेस आलाकमान से मिलकर इस बात की शिकायत करेंगे। रामकेश मीणा ने निर्दलीय तथा बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों को मंत्री नहीं बनाने के लिए पायलट को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि सचिन पायलट का मकसद कांग्रेस पार्टी को कमजोर करने का रहा है।
हम निर्दलीय विधायक क्योंकि पायलट ने काटे हमारे टिकट
निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा ने कहा कि जिन्होंने 34 दिन तक सरकार के साथ रहकर उसको विपदा से बचाया है। हम निर्दलीय विधायक इसलिए निर्दलीय हैं की हमारे टिकट सचिन पायलट ने ही कटवाए थे। इसी का नतीजा था कि हम लोग निर्दलीय लड़े लेकिन हम कांग्रेस पार्टी से निष्ठा से जुड़े हुए हैं और क्या हमने कांग्रेस के पक्ष में खड़े होकर कोई गुनाह किया है।
ऐसे व्यक्ति की कांग्रेस पार्टी में नहीं जरूरत
मीणा ने कहा कि सचिन पायलट ने निर्दलीयों को मंत्री नहीं बनने देने के लिए 1 साल 6 महीने से मुहिम चलाई कि बसपा से आने वालों और निर्दलीयों को मंत्री पद नहीं देना है। रामकेश ने कहा कि 2018 में जिन सचिन पायलट के नेतृत्व में चुनाव लड़ा गया, अगर 2023 में भी उन्हें आगे रखा गया तो इससे बुरी बात पार्टी के लिए और नहीं हो सकती है। मीणा ने कहा कि पायलट ने जानबूझकर जो उनसे थोड़ा भी मतभेद रखते थे या उनकी विचारधारा से सहमत नहीं थे।
पहले उनके टिकट काटे, अब ऐसे व्यक्ति की कांग्रेस में कोई जरूरत नहीं है। रामकेश मीणा ने कहा कि मंत्री बनाना या नहीं बनाना मुख्यमंत्री और आलाकमान पर निर्भर करता है। उन्होंने मुझे मुख्यमंत्री सलाहकार बनाया है तो जो जिम्मेदारी दी है उसका निर्वहन करेंगे। समय आने पर हो सकता है हमें कोई पद मिले लेकिन अब हम उसकी उम्मीद नहीं रखते हैं।