जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन की अध्यक्षता में सोमवार को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में कलेक्टर ने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे नीति आयोग के 23 बिंदुओं के आधार पर चिकित्सा सेवाओं में गुणात्मक सुधार करें और साथ ही कार्य की रिपोर्टिंग भी समय पर करें, जिससे जिले की रैंकिंग में सुधार हो सके।
कलेक्टर ने सभी ब्लाॅक सीएमएचओ एवं चिकित्सा प्रभारियों को निर्देश दिए वे समर्पित होकर सेवाभाव से कार्य करें, जिससे मरीजों को उनकी सेवाओं का पूरा लाभ मिल सके। कार्य में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में ब्लॉक सीएमएचओ एवं चिकित्सा संस्थान वाइज समीक्षा करते हुए न्यून प्रगति वाले चिकित्सा अधिकारियो को नोटिस देने के निर्देश भी सीएमएचओ को दिए। जननी सुरक्षा योजना में लाभांवितो को मिलने वाली राशि का भुगतान आठ माह से बकाया होने पर सवाई माधोपुर सामान्य चिकित्सालय के डिप्टी कंट्रोलर को नोटिस देने तथा इस कार्य में लापरवाही बरतने वाले कार्मिक के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश सीएमएचओ को दिए।
जिला कलेक्टर ने कहा कि चिकित्साकर्मी दिए गए लक्ष्यों को प्राप्ति में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं करें। उन्होंने कहा कि कोरोना के संक्रमण का प्रसार नहीं हो, इसके लिए पूरे समर्पण के साथ कार्य करें। कोरोना की जांच एवं मरीजों से फीडबेक लेने के संबंध में भी कलेक्टर ने जानकारी ली। उन्होंने कोरोना जांच, रिकवरी की स्थिति तथा कोविड वैक्सीनेशन के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा की।
बैठक में कलेक्टर ने बिंदूवार समीक्षा करते हुए कम प्रगति वाले चिकित्सा संस्थानों के प्रभारियों को प्रगति सुधारने के निर्देश दिए। चिकित्सा प्रभारियों को लक्ष्य की प्राप्ति में कोताही नहीं बरतते हुए समय पर लक्ष्य पूरे करने के निर्देश दिए। टीकाकरण, एएनसी, आयरन फोलिक एसिड गोली का वितरण, संस्थागत प्रसव, जननी सुरक्षा योजना में ऑनलाइन भुगतान, राजश्री योजना के भुगतान की समीक्षा करते हुए लक्ष्य के अनुसार उपलब्धि प्राप्त करने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने न्यून प्रगति पर संबंधिक ब्लाॅक सीएमएचओ को कार्य एवं प्रगति में सुधार के निर्देश दिए।
कई स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी लक्ष्य के मुकाबले नगण्य डिलीवरी होने पर नाराजगी जताई और प्रभारी अधिकारी को प्रगति सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि टीकाकरण, आयरन-फोलिक एसिड की दवा देने, रक्त जांच एवं अन्य स्वास्थ्य जांच का कार्य समय पर पूरा करते हुए लक्ष्य प्राप्त करें। जिला कलेक्टर ने गर्भवती महिलाओं के पंजीकरण के मामले में पीछे रहने वाले स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारियों की निरंतर मॉनिटरिंग कर स्थिति में सुधार लाने के निर्देश दिए। इसी तरह अच्छे प्रदर्शन के लिए कुछ केन्द्रों के कार्यों की सराहना की।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. तेजराम मीना ने गत माह विभाग की जनकल्याणकारी योजनाओं, मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना, मुख्यमंत्री निःशुल्क जांच योजना, जननी शिशु सुरक्षा योजना, परिवार कल्याण, प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य, मौसमी बीमारियां, टीबी, एएनसी चेक अप आदि की प्रगति के बारे में जानकारी दी। बैठक में मिसाल रैंकिंग में टीकाकरण, एएनसी रजिस्ट्रेशन पूर्ण टीकाकरण, चाइल्ड हेल्थ, एनसीडी, पीसीटीएस, ओपीडी, परिवार कल्याण आदि कार्यक्रमों के बारे में भी विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में सीएमएचओ डॉ. तेजराम मीना, डाॅ. एसएन अग्रवाल, सभी बीसीएमएचओ, डीपीएम सुधीन्द्र, नवल किशोर, डाॅ. राजेश जैन सहित चिकित्सा विभाग के अधिकारी मौजूद थे।