महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता प्रशिक्षण केन्द्र में आज मंगलवार को अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया। जिला समन्वयक पीसीपीएनडीटी आशीष गौतम, जिला कलेक्टर एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा दिए गए निर्देशानुसार अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर प्रशिक्षणार्थियों को राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं, 104/108 टोल-फ्री नम्बर, व्हाटस एप नम्बर 9499997795, ई-मेल आईडी pcpndtjaipur@gmail.com पर लिंग चयन करने वालों या करवाने वालों की पुख्ता सूचना देने पर मुखबिर प्रोत्साहन योजना के तहत कुल तीन लाख रूपए की प्रोत्साहन राशि देने, बेटी अनमोल है, बेटी बचाओ अभियान, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के साथ-साथ पीसीपीएनडीटी एक्ट, 1994 के कानूनी प्रावधानों की जानकारी प्रदान करते हुए लिंग चयन नहीं करने, बेटा – बेटी के प्रति एक समान भावना रखने के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की।
उन्होंने जिले में लिंग भेदभाव, कन्या भ्रूण जांच एवं हत्या के कारणों व परिणाम के बारें मे विस्तार से चर्चा करते हुए बताया कि हमारे समाज में घटती हुई बेटियों के कारण समाज में महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों में बढोतरी हुई है। हमारे परिवार में बेटियों के जन्म नहीं देने के कारणों पर उदाहरण सहित समझाया कि बेटियों को सुरक्षा अपने ही बेटों से करनी है, बेटियां भी अपना वंश चलाने, धार्मिक संस्कारों का पालन करने तथा बुढापें में लाठी का सहारा बनी हुई है। इसलिए बेटी जन्म को उत्सव की तरह मनाया जाना चाहिए। बेटियों को प्रोत्साहित करना चाहिए जिससे वह परिवार,समाज सहित देश का मान बढ़ा सकें। कार्यक्रम में उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को मुखबिर बनाया गया। इस दौरान अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कैलाश चन्द सोनी, सैयद बलिग अहमद, सुरेश बैरवा, रजनीश मीना सहित अन्य उपस्थित रहे।