जयपुर: उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने जयपुर शहर के 297वें स्थापना दिवस के अवसर पर कहा कि जयपुर की ऐतिहासिक विरासत को संरक्षण प्रदान करने के साथ ही यहाँ आधुनिक विकास के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्धता से काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि जयपुर के परकोटे में सौ करोड़ के विकास कार्य करवाये जा रहें हैं।
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने सोमवार को स्थापना दिवस के उपलक्ष में नगर निगम ग्रेटर जयपुर की ओर से स्टेचू सर्किल पर आयोजित दीपदान एवं रौशनी कार्यक्रम जयपुर वासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जयपुर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ और नियोजित शहरों में से एक है। यह युनेस्को की विश्वधरोहर में शामिल है। यह एक ऐसा शहर है जिसकी स्थापना सवाई जयसिंह द्वितीय के द्वारा 18 नवम्बर 1727 में पूर्ण वैज्ञानिक तरीके से तथा वास्तुशास्त्र के आधार पर की गई है।
इस शानदार और अद्धभुत शहर का वास्तु नियोजन विद्याधर भट्टाचार्य ने किया। सवाई जयसिंह द्वितीय खगोलशास्त्र में निपुण थे। जयपुर में जंतर मंतर की स्थपना किया जाना इसका बेहतरीन उदाहरण है। जयपुर की स्थापना के 300 साल पूरे होने वाले हैं। यहाँ की चौड़ी सड़के जिन पर आज भी सुगमता से परिवहन होता है। यहाँ के ड्रेनेज सिस्टम, जो आज भी प्राभवी तरीके से काम कर रहा है। जयपुर का हवा महल, सिटी पैलेस, बाजार, चौराहे, मंदिर सभी शानदार और आधुनिक नगर नियोजन के बेहतरीन उदाहरण हैं। दुनिया भर से शोध करने वाले जयपुर के नगर नियोजन पर शोध करते हैं।
हर वर्ष बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। सब जयपुर के नगर नियोजन के देख अचंभित हो जाते हैं, अचरज में पड़ जाते हैं। जयपुर विश्व धरोहर है यह गर्व की बात है। जयपुर विश्व पर्यटन मानचित्र में विशेष स्थान रखता है यह गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि आज हम इस सुनियोजित शहर के बनने से संवरने के 297 वर्षों के सफर का उत्सव मना रहे हैं यह गर्व और खुशी की बात है। दिया कुमारी ने आयोजन की विधिवत शुरुआत नगर निगम ग्रेटर जयपुर की महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर के साथ दीप प्रज्जवलित करके की। इस अवसर पर लोक कलाकारों द्वारा ढोल, नंगाड़े, शहनाई वादन, कच्छी घोड़ी नृत्य सहित गायन और लोक नृत्यों कि शानदार प्रस्तुतियां दी। जयपुर स्थापना के इस आयोजन में सांस्कृतिक समिति अध्यक्ष दुर्गेश नंदिनी, पार्षदगण और बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।