जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं जिला एवं सेशन न्यायाधीश, जयपुर महानगर-द्वितीय सीपी श्रीमाली ने शनिवार को केन्द्रीय कारागृह, महिला जेल एवं जिला कारागृह का निरीक्षण किया। सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर महानगर द्वितीय, पल्लवी शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) के निर्देशों की अनुपालना में किये गए इस निरीक्षण के दौरान अध्यक्ष श्री सी पी श्रीमाली ने केन्द्रीय कारागृह में निरुद्ध बंदियों से संवाद किया एवं आवास व्यवस्था, साफ सफाई, खाने-पीने और रोजगार सहित अन्य संबंधी व्यवस्थाओं को लेकर फीडबैक लिया। निरीक्षण के पश्चात केंद्रीय कारागृह में विधिक जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। सीपी श्रीमाली की अध्यक्षता में आयोजित विधिक जागरूकता शिविर में बंदियों को उनके मौलिक अधिकार, विधिक सेवा प्राधिकरण के विभिन्न आयामों से रूबरू करवाया गया। साथ ही, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं राजस्थान विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा संचालित साक्षी संरक्षण योजना सहित अन्य कल्याणकारी एवं संरक्षण योजनाओं की विस्तृत जानकारी भी प्रदान की गई।
विधिक जागरुकता शिविर में श्रीमाली ने कैदियों से नियमानुसार जमानत प्राप्त करने, वकील से परामर्श का प्राप्त करने, परिजनों से पत्र व्यवहार, मित्रों एवं परिजनों से मिलने, व्यक्तित्व विकास के लिए शिक्षा पाने का अधिकारों सहित कैदियों की शिकायत के निवारण से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी साझा की। इस मौके पर उन्होंने बंदियों को निःशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध करवाने हेतु कारागृह में नियुक्त पीएलवी को भी निर्देशित किया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष महोदय के निरीक्षण एवं विधिक जागरुकता शिविर के दौरान केंद्रीय कारागृह के अधीक्षक श्री राकेश मोहन शर्मा भी उपस्थित रहे।
ग्रामीण महिला विद्यापीठ, उच्च माध्यमिक विद्यालय मैनपुरा, सवाई माधोपुर माध्यम अंग्रेजी एवं हिन्दी कक्षा – L.K.G. से 12वीं तक संकाय – विज्ञान, कला (उर्दू साहित्य)
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