महाशिवरात्री का पर्व जिले भर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर शिवालयों में जलाभिषेक की धूम रही। वहीं सभी शिवालयों में ऊँ नमः शिवाय की गूंज रही।
श्रीविजयेश्वर धर्मार्थ ट्रस्ट महामंत्री कुंजबिहारी अग्रवाल एडवोकेट ने बताया कि 3 मार्च रविवार को रात्रि 8 बजे से विशाल भजन संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त गायकों ने भजनों की प्रस्तुति दी। 4 मार्च सोमवार को प्रातः 8 बजे से विद्वान पण्डितों द्वारा भगवान शिव का महा रूद्राभिषेक किया गया। इसके पश्चात भजन पूजन के उपरान्त प्रसाद वितरण किया गया।
अग्रवाल ने बताया कि महाशिवरात्री महोत्सव के अवसर पर मंदिर को भव्य रंग बिरंगी रोशनी से सजाया गया वहीं भगवान शिव की विशेष फूलबंगला झांकी सजाई गई।
इसी प्रकार श्रीसिद्धेश्वर महादेव मंदिर, हनुमान डूँगरी पल्लीपार शहर में 2 मार्च को विनायक कलश स्थापना, नन्दी प्रतिष्ठा एवं मंत्रावृति, 3 मार्च को शिव मंगल महाभिषेक व श्रृंगार, सायंकाल से सूर्योदय तक लक्ष्मी वेदी पूजन तथा लक्ष्मी आहुति कार्यक्रम, 4 मार्च को विनायक कलश धारियों द्वारा भगवान शिव जी का महाभिषेक किया गया। महाशिवरात्रि महोत्सव में कर्नाटक, मध्यप्रदेश, उडीसा, कोलकाता, राजस्थान, असम, नेपाल, दिल्ली, छत्तीसगढ़ आदि स्थानों से आये भक्तों ने भाग लिया।
इसी प्रकार महाशिवरात्रि के अवसर पर योग सेवा दल समिति की ओर से जिला मुख्यालय स्थित अखिल भारतीय योग विद्या प्रचार संघ परमहंस योगाश्रम में चन्द्रभोलेश्वर महादेव मंदिर में आक, धतूरे, बेल्वपत्र, एवं फूलो से शिवलिंग की झांकी सजाई गई। समिति के कोषाध्यक्ष राजेश सैनी एवं आश्रम संचालिका मां राधे के अनुसार शिवरात्रि के अवसर पर सुबह 6 बजे से ही दर्शन पुजा अर्चना करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही।