नई दिल्ली:- 18वीं लोकसभा के पहले सत्र से पहले सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने संसद के बाहर मीडिया को संबोधित किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि, ”आज का दिवस वैभव का दिन है। आजादी के बाद पहली बार हमारी अपनी नई संसद में ये शपथ समारोह हो रहा है। अब तक ये प्रक्रिया पुराने सदन में ही हुआ करती थी।” पीएम नरेंद्र मोदी ने नए सांसदों का स्वागत किया है। पीएम नरेंद्र मोदी बोले कि, ”जब देश की जनता ने तीसरे कार्यकाल के लिए एक सरकार पर मुहर लगाई है।
मैं देश की जनता का आभार व्यक्त करता हूं। सरकार चलाने के लिए बहुमत होता है, पर देश चलाने के लिए सहमति बहुत जरूरी होती है। हमारी कोशिश होगी कि सबकी सहमति लेकर मां भारती की सेवा करें।” पीएम मोदी ने अपने संबोधन में 25 जून 1975 को आपातकाल लगाए जाने का भी जिक्र किया है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने और क्या कुछ कहा?
देश की जनता ने हमें तीसरी बार मौका दिया है। हमारा दायित्व भी तीन गुणा बढ़ जाता है। पीएम बोले कि, ”दो बार सरकार चलाने का अनुभव हमारे साथ जुड़ा है। तीसरे कार्यकाल में हम पहले से तीन गुणा ज़्यादा मेहनत करेंगे। इस नए संकल्प के साथ हम आगे चल रहे हैं।” ”सांसदों से देश को बहुत अपेक्षाएं हैं।
मैं सांसदों से अपील करूंगा कि हम इस मौके का उपयोग करें और जनहित में कदम उठाएं।” ”सदन में सामान्य मानवी की अपेक्षा रहती है कि बहस हो, निगरानी रखी जाए। लोगों की ये अपेक्षा नहीं है कि नखरे होते रहें, लोग नारे नहीं चाहते हैं। देश को एक जिम्मेदार विपक्ष की आवश्यकता है।”
(सोर्स : बीबीसी न्यूज हिन्दी)