दरअसल, मल्लिकार्जुन खड़गे ने बिना योगी आदित्यनाथ का नाम लिए उनके पहनावे और शक्ल सूरत का जिक्र करते हुए उन पर निशाना साधा था। योगी आदित्यनाथ ने खड़गे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि तीन दिन से कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी मुझ पर बहुत नाराज हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि खड़गे जी मैं एक योगी हूं और एक योगी के लिए देश पहले होता है। राजनीतिक स्वार्थ बाद में। यही अंतर है एक योगी में और आप में। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे लिए देश पहले है क्योंकि मेरे नेता मोदी ने यह बताया है कि पहले हर काम देश के नाम लेकिन आपके लिए कांग्रेस की तुष्टीकरण की राजनीति पहले है। उन्होंने कहा है कि यही कारण है कि आप न सच्चाई बोल पा रहे हैं न समझ पा रहे हैं।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने क्या कहा था?:
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि कौन एक साधु के वेश में रहते हैं, एक अच्छे राजनेता बन गए हैं। मुख्यमंत्री भी बने हैं। गेरुआ कपड़े पहनते हैं और सर पर बाल भी नहीं रखते हैं। उन्होंने कहा था कि ऐसे एक नेता हैं, बीजेपी ने पैदा किए हैं। मैं बीजेपी को यह कह रहा हूं या तो सफेद कपड़े डालो या तो संन्यासी के कपड़े डालते हो, गेरुआ डालते हो तो राजनीति से बाहर हो जाओ। खड़गे ने कहा था कि उसकी पवित्रता क्या रही, एक तरफ गेरुआ कपड़े डालते हो, दूसरों को उपदेश देते हो, बटेंगे तो कटेंगे बोलते हो।
आप का काम तो सबको जोड़ना है, सबसे प्रेम से बात करना है, सबको एक रखना है। ये लोग बड़ी-बड़ी गाड़ियां लेकर घूम रहे हैं और गरीबों की बात करते हैं। लोगों में विष भर रहे हैं। लोगों को तोड़ने का काम कर रहे हैं इसलिए इनसे होशियार रहना जरूरी है। अगर ऐसे लोगों को घर में नहीं बिठाएंगे तो संविधान की जगह मनुस्मृति आ जाएगी।