जिले में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये 4 अगस्त से बाजार खुलने का समय सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक निर्धारित किया गया है। रविवार को बाजारों में साप्ताहिक अवकाश रहेगा। रेस्टोरेंट शाम 8 बजे तक खुल सकेंगे, होटल के लिये समय पाबंदी नहीं रखी गयी है।
जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता कर कोरोना प्रसार रोकने के लिये अब तक किये प्रयास और गत कुछ दिनों में पाॅजिटिव संख्या में हुई वृद्धि के बारे में फैक्ट सामने रखे, पत्रकारों से सुझाव मांगे। उन्होंने सभी नागरिकों को रक्षाबंधन, ईद, गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामना देते हुये इन त्यौहारों को घर पर ही मनाने तथा बाजारों में भीड़ न करने, मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग रखने और एडवाइजरी की पूर्ण पालना की अपील की।
जिला कलेक्टर ने बताया कि शहरी क्षेत्र में सभी धार्मिक स्थल श्रृद्धालुओं के लिये बंद हैं। इन त्यौहारों के दौरान भी यह व्यवस्था जारी रहेगी। मंदिर-मस्जिद में सामूहिक पूजा-ईबादत वर्जित है। पुजारी और इमाम ही सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बिना श्रृद्धालुओं की उपस्थिति के मंदिर-मस्जिद में धार्मिक परम्पराओं का निर्वहन करेंगे। किसी भी स्थिति में इन स्थलों पर जमावडा नहीं होने दिया जाएगा। जिले के सभी धर्मगुरूओं ने संवेदनशीलता दिखाते हुये आगे आकर सभी श्रृद्धालुओं से निवेदन किया है कि घर पर ही पूजा-इबादत करें। इसका देश-दुनिया के सभी धर्माें के गुरूओं ने समर्थन भी किया है।
जिला कलेक्टर ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव ने प्रदेश में बाहरी राज्यों के कांवडियों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। सवाई माधोपुर जिले में और दूसरे जिलों में भी कावड यात्रा या अन्य पद यात्रा की अनुमति नहीं है। गणेश चतुर्थी पर किसी भी प्रकार के जुलूस की अनुमति नहीं है। त्रिनेत्र गणेश मंदिर प्रबंधन ने भी साफ कर दिया है कि गणेश चतुर्थी पर श्रृद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जायेगा। ईद के अवसर पर सामूहिक नमाज की इजाजत नहीं है। मुबारकबाद के लिये गले मिलने से कोरोना संक्रमण का खतरा है। इस बाबत मुस्लिम धर्म गुरूओं ने अपील भी जारी की है।
जिला कलेक्टर ने बताया कि जिले में आज तक 14830 सैंपल लिये गये, 193 पाॅजिटिव केस दर्ज हुये। समय पर पता लगने और बेहतर देखभाल से इसमें से 142 पूर्ण स्वस्थ हो गये हैं। 12 व्यक्तियों की कोरोना से मृत्यु हुई है। इनमें से अधिकतर मामलों में रोगी को समय पर अस्पताल नहीं लाया गया और मृतक अन्य गम्भीर बीमारियों से भी पीड़ित थे। वर्तमान में जिले में 39 एक्टिव केस हैं। कुल मिलाकर जिले की स्थिति नियंत्रण में है।
जिला कलेक्टर के ने कहा कि व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाने, समझाइश करने, जुर्माना लगाने के बाद भी काफी लोग सोशल डिस्टेंसिंग, मेडिकल प्रोटोकाॅल की पालना नहीं कर रहे हैं, बेवजह सड़कों और चाय की थडियों पर बिना मास्क लगाये जमावडा कर रहे हैं। उन्हें न तो अपनी जान की परवाह है, न दूसरों की। ऐसे लोगों के कारण ही गत 10-12 दिन में कोरोना के काफी मामले सामने आये हैं। आजीविका चलती रहे, अर्थव्यवस्था की गति बढे, इसके लिये लाॅकडाउन में छूट दी गई है लेकिन आम आदमी की जान बचाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। कलेक्टर ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग तथा एडवाईजरी की पालना नहीं करने पर जुर्माना लगाने के साथ ही आईपीसी और महामारी एक्ट के अन्तर्गत मुकदमा दर्ज किया जायेगा।
जिला कलेक्टर ने बताया कि समय पर बीमारी का पता लगने, बेहतर देखभाल से अधिकांश मरीज पूर्ण स्वस्थ हो गये। इससे कुछ लोगों ने गलत धारणा बना ली है कि कोरोना खतरनाक नहीं है और कोई आज पाॅजिटिव आया है तो कल या परसों नेगेटिव भी आ जायेगा। यह धारणा गलत है। हम नहीं चाहते कि लापरवाही के कारण एक भी व्यक्ति की जान जाये। सैंपलिंग बढ़ाने के निर्देश के बाद भी कुछ व्यक्ति सैंपलिंग देने में आनाकानी कर रहे हैं। इससे बीमारी का समय पर पता नहीं चल पायेगा तथा उनकी एवं परिजनों की जान संकट में आ जायेगी।
जिला कलेक्टर ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में लाउडस्पीकर के माध्यम से 2 गज दूरी, बार-बार साबुन से हाथ धोने, घर पर ही इबादत/पूजा करने, सार्वजनिक स्थान पर न थूकने के लिये समझाइश कर रहे हैं।
प्रेसवार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि समझाइश के बाद भी एडवाइजरी का उल्लंघन होने पर अब जुर्माना लगाने की कार्रवाई कर रहे हैं। कोरोना काल में मोटर वाहन अधिनियम में 11 हजार मामले बनाये गये हैं, 1038 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया, मास्क न लगाने पर पुलिस ने 642 व्यक्तियों के विरूद्ध कार्रवाई की है। इस अवधि में बाइक चोरी की घटनायें बढ़ी है। पुलिस इन चोर गिरोहों के खिलाफ सुनियोजित अभियान चला रही है।
एसपी ने बताया कि आरएसी के 100 जवानों की कोरोना जाॅंच करवाई गई। इन सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आयी है। अब इन्हें कोरोना नियंत्रण ड्यूटी पर लगाया जायेगा। इसके बदले 100 पुलिस जवानों को कुछ दिन का आराम मिलेगा।
सीएमएचओ डाॅ. तेजराम मीणा ने बताया कि कोरोना से रिकवर हो चुके मरीजों से सम्पर्क कर उन्हें प्लाज्मा डोनेट करने के लिये समझाया जा रहा है। 18 से 60 साल आयु का कोरोना रिकवर व्यक्ति प्लाज्मा दान कर कोरोना मरीजों की जान बचा सकता है। एसएमएस अस्पताल में प्लाज्मा बैंक बनाया गया है। वर्तमान में जयपुर, जोधपुर, कोटा और उदयपुर में प्लाज्मा थैरेपी की सुविधा उपलब्ध है। जिला अस्पताल में आगामी 10 दिनों में टोसिलीजूमेब इंजेक्शन एवं रेमीडेसिविर दवा जिला अस्पताल में उपलब्ध होने की सम्भावना है। इस इन्जेक्षन की 1 डोज की कीमत 40 हजार रूपये है जिसे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निःशुल्क उपलब्ध करवाया है। पीएमओ डाॅ. बीएल मीणा ने बताया कि जिला अस्पताल में कोरोना जाॅंच केन्द्र 2 माह में बनकर तैयार होने की सम्भावना है। इसके लिये राज्य सरकार ने स्वीकृति दे दी है।
बैठक में एडीएम बीएस पंवार, जिला परिषद सीईओ सुरेश कुमार, एसडीएम रघुनाथ व मीडियाकर्मी उपस्थित रहे।