कोविड-19 वैक्सीनेशन तैयारियों एवं प्रबंधन को लेकर जिले का चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महकमा पूरी तैयारी के साथ जुटा हुआ है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. तेजराम मीना ने बताया कि चिकित्सा विभाग कोविड वैक्सीनेशन की तैयारियों में पूरे जोरों से लगा हुआ है। इसके लिए विभाग के फ्रंटलाइन वर्कर को ड्ब्लयूएचओ के सहयोग से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जा चुका है। सीएमएचओ डॉ. मीना ने बताया कि कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए फ्रंटलाइन वर्कर को निर्देश दिए गए हैं कि सभी प्रकार की पूर्व तैयारियां ठीक से करें और अभी से ही इस तरह से प्रबंधन करें कि बाद में किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
उन्होंने चिकित्साकर्मियों को दायित्व देते हुए कहा कि वैक्सीन के परिवहन, कोल्ड चैन मैंटेनेंस, वैक्सीनेशन प्रशिक्षण, कोविड -19 वैक्सीनेशन साइट सलेक्शन व भीड़ नियंत्रण को लेकर समुचित तैयारियां की जानी सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा कि वैक्सीनेशन के दौरान सभी को कोविड वैक्सीनेशन की पूर्ण गाइड लाईन का पालन करते हुए टीकाकरण करना है साथ ही यह भी बताया कि कोविड-19 वैक्सीनेशन की तैयारियों को लेकर अगर फील्ड में या अन्य किसी भी प्रकार की समस्या रहती है, तो उसके बारे मे उच्च अधिकारिये को तुरन्त अवगत करवाएं ताकि उक्त समस्याओं का निदान कर कार्य समय पर पूर्ण किया जा सके।
आरसीएचओ डाॅ. कमलेश मीना ने बताया कि जिले से जो प्रशिक्षण ब्लाॅक स्तर के स्टाॅफ को दिया जा रहा है, इसी तरह से ब्लाॅक स्तर यही प्रशिक्षण अब निचले स्तर पर सीएचसी व पीएचसी के स्टाफ को दिया जाएगा। वैक्सीनेशन सेंन्टर तीन कमरों का होगा जिसमें पहला रूम वेटिंग रूम, दूसरा रूम वैक्सीनेशन रूम व तीसरा रूम पर्यवेक्षण रूम होगा, प्रत्येक व्यक्ति टीकाकरण होने के उपरान्त 30 मिनट तक वही रूकेगा। पर्यवेक्षण रूम में प्रत्येक व्यक्ति के बीच में छह फीट की दूरी होगी। उन्होंने यह भी बताया कि वैक्सीन रखने वाले फ्रीजर आदि का समुचित रख-रखाव किया जाए, साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि समस्त उपयोगी उपकरण फंक्शनल रहें। प्रत्येक ब्लाॅक स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा, जो कि दिन-रात 24 घन्टे पूरे सप्ताह सुचारू रूप से चलेगा। उन्होंने कोरोना को लेकर जारी एडवायजरी और प्रोटोकॉल को निरंतर फॉलो करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आमजन को सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए घर से बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग अवश्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हाईरिस्क ग्रुप से संबंधित समस्त डाटा तैयार करें व समुचित तैयारियां सुनिश्चित करें।
उन्होंने बताया कि पहले चरण में हैल्थ केयर वर्कर्स, दूसर चरण में पुलिस, सेंट्रल आम्र्ड पुलिस फोर्स, आर्मी, नगर पालिका एवं पंचायती राज कर्मचारी-अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी-कर्मचारी और अन्य फ्रंटलाइन वर्कर्स शामिल हैं। तीसरे चरण में 50 वर्ष की अधिक उम्र वाले तथा चौथे चरण में 50 साल से कम आयु के लेकिन रोगग्रस्त व्यक्ति शामिल किए जाएंगे। उन्होंने आगामी समय में शुरू होने वाली कोविड-19 टीकाकरण पश्चात होने वाले विपरीत प्रभाव उनका प्रबंधन पहचान के बारे में बताया व उसके प्रबंधन के बारे में विस्तृत जानकारी दी।