जम्मू कश्मीर: पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि वो जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। हालांकि उनकी पार्टी चुनाव लड़ रही है। महबूबा ने कहा कि अगर वह मुख्यमंत्री बन भी गई तो भी वह केंद्र शासित प्रदेश में अपनी पार्टी के एजेंडे को पूरा नहीं कर सकेंगी।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि मैं बीजेपी के साथ सरकार की मुख्यमंत्री रही हूँ, जिसने (2016 में) 12,000 लोगों के खिलाफ एफआईआर वापस ली थी। क्या अब हम ऐसा कर सकते हैं। उन्होंने काहा कि मैंने नरेंद्र मोदी के साथ सरकार के मुख्यमंत्री के तौर पर अलगा*ववादियों को बातचीत के लिए आमंत्रित करने के लिए पत्र लिखा था।
क्या आप आज ऐसा कर सकते हैं? मैंने जमीनी स्तर पर संघर्ष विराम करवाया है, क्या आप आज ऐसा कर सकते हैं? उन्होंने कहा कि अगर आप मुख्यमंत्री के तौर पर एफआईआर वापस नहीं ले सकते है तो ऐसे पद पर रहकर कोई क्या कर सकता है?। इससे पहले नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने भी जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बने रहने तक चुनाव लड़ने से मना कर दिया था।
हालांकि, उन्होंने अब यू-टर्न ले लिया है। एसी में अब वह गांदरबल से चुनाव लड़ेंगे। जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव होने। पहले चरण का मतदान 18 सितंबर को, दूसरे चरण का मतदान 25 सितंबर को और तीसरे और आखरी चरण का मतदान एक अक्टूबर को होंगे। चुनाव के नतीजे चार अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।