कामां को जिला बनाने की मांग
कामां को जिला बनाने की मांग अब हर एक विधानसभा वासी की भावना बनती जा रही है, भावनाओं की कदर करते हुए व्यापार महासंघ अध्यक्ष कमल अरोड़ा के संगठित नेतृत्व के परिणाम स्वरूप बाजार बंद में मिला अपार जन समर्थन और व्यापारियों का पैदल मार्च दूसरो के लिए उदाहरण बना। जिला बनाने की मांग को लेकर पूर्व में भी व्यापार महासंघ अध्यक्ष कमल अरोड़ा द्वारा एक लाख रुपए का आर्थिक सहयोग दिया जा चुका हैं, व्यापारियों द्वारा सम्पूर्ण बाजार बंद कर लाल दरवाजे से एसडीएम कार्यालय तक नारेबाजी करते हुए जूलुस निकाल कर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम दिनेश शर्मा को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया कि कामां जिला बनाने के लिए दृष्टिकोण से तैयार हैं। कामां एक धार्मिक नगरी जहां हर रोज हजारों पर्यटक दर्शन करने के लिए आते हैं, इसी के साथ-साथ हरियाणा व उत्तरप्रदेश सीमा से लगा हुआ विधानसभा क्षेत्र है। यह क्षेत्र शैक्षणिक आर्थिक, कृषि व राजनैतिक दृष्टि से पिछड़ा हुआ है। यह क्षेत्र राजनैतिक रूप से उपेक्षित क्षेत्र रहा है इसलिये यहां विकास नहीं हो पाया है। इन सभी बिन्दुओं को मद्देनजर रखते हुये कामां को जिला बनाया जाना अत्यन्त आवश्यक है।
व्यापार महासंघ भरतपुर के जिला उपाध्यक्ष कैलाश लोहिया ने बताया कि व्यापार महासंघ कामां संघर्ष समिति के समर्थन में सम्पूर्ण बाजार, अनाज मंडी, सब्जी मंडी सहित समस्त व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद कर कामां को जिला बनाये जाने की मांग कर रहा है। धरना स्थल पर बैठे भगवत प्रसाद शर्मा ने बताया कि आने वाली 26 जनवरी को राष्ट्रीय ध्वजारोहण उपरांत कामा विधानसभा से सैकड़ों की संख्या में लोग जयपुर के लिए पैदल मार्च पर निकलेंगे और जब तक सरकार हमारी मांग पूरी नहीं करगी तब तक जयपुर में धरने पर बैठे रहेंगे।
ज्ञापन देने वालों में व्यापार महासंघ से संरक्षक रामशरण चेयरमैन, लालचंद सिंघल, दिलीप अरोड़ा, रमेश मंगला, गिरधारी खंडेलवाल, पवन गुलाटी, ओंकार प्रधान, अशोक सोनी, महेश सैनी, संजय जैन, सपीक खान सरपंच, सतीश छाबड़ा, सचिन जैन, हरप्रसाद नाटाणी, भगवान दास गोयल, गोपाल मिस्त्री, दीपू तमोलिया, खेमराज मातुकी, सोनू चैबिया, मुकेश दनादन, तिलक राज अरोड़ा, पप्पू सिंघल, अशोक गुगलानी, बबली अग्रवाल, विष्णु बंसल, बिल्लू छत्ता वाले, रोहित गर्ग, अजय सिंघल, राजेश गुलाटी, शेंकी तमोलिया, सुनील अग्रवाल, सतीश खंडेलवाल, भगवान सैनी, सुभाष जैन, राधेश्याम सैनी सहित समस्त व्यापारी मौजूद रहे।