राजस्थान संयुक्त संविदा नर्सेज एसोसिएशन ने आज सोमवार को संविदा नर्सेज को नियमतिकरण, मेरिट बेस भर्ती और अन्य मांगों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। राजस्थान संयुक्त संविदा नर्सेज एसोसिएशन ने ज्ञापन में बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चुनावी घोषणा पत्र और विधानसभा सत्र में एएनएम, एनएचएम, यूटीबी, पीपीपी मोड़ और एमएमयू एवं प्लेसमेंट सहित समस्त योजनाओं में संविदा नर्सेज को नियमतिकरण की घोषणा की थी।
जिसे अब तक नियमतिकरण नहीं किया गया, वहीं नर्स ग्रेड द्वितीय के 1250 एवं एएनएम के 1155 पदों के लिए भर्ती निकाली जा रही है। जबकि राजस्थान में 14000 संविदा नर्सेज कार्यरत है। जिनके अनुपात में लगभग 10000 नर्स ग्रेड द्वितीय और 4000 एएनएम पदों पर नई भर्ती निकालकर संविदा नर्सेज को 2013 व 2018 नर्सिंग भर्ती की तर्ज पर मेरिट बेस एवं 10, 20, 30 बोनस अंक देकर नियमित करें।
वहीं 2018 के बाद अब तक नियमित नर्सेज भर्ती का कोई भी विज्ञापन जारी नहीं किया गया है। जिसको लेकर संविदा नर्सेज ने गत 28 फरवरी से 8 मार्च 2022 तक शहीद स्मारक जयपुर में धरना प्रदर्शन किया था। जिसे चिकित्सा शासन सचिव आशुतोष पेडगेकर और राज्य मंत्री पवन गोदारा के आश्वासन पर समाप्त किया था लेकिन अब तक संविदा नर्सेज की मांग सरकार के संज्ञान में नहीं है।
राजस्थान संयुक्त संविदा नर्सेज एसोसिएशन ने ज्ञापन बताया कि अगर संविदा नर्सेज की 10 जून तक मांगे नहीं मानी गई तो प्रदेश के समस्त संविदा नर्सेज कार्य बहिष्कार करते हुए स्वास्थ्य भवन जयपुर के घेराव करेंगे और वहीं पर अनिश्चिकालीन धरने पर बैठेंगे। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग व राजस्थान सरकार की होगी। इस दौरान मोहम्मद तौफीक, अमानत, निजामुद्दीन कुरैशी, रईश खान, चारु दत्त, बनवारी लाल और विनीत आदि मौजूद रहे।