नई दिल्ली: मिस वर्ल्ड के 72वें संस्करण के नतीजे आ गए हैं। इस साल थाईलैंड की ओपाल सुचाता चुआंगश्री मिस वर्ल्ड चुनी गई हैं। 71वीं मिस वर्ल्ड रही क्रिस्टीना पेज़ेस्कोवा ने ओपाल के सिर पर ताज रख उन्हें सम्मानित किया है। इस प्रतियोगिता में पहली रनर-अप यानी दूसरे नंबर पर रहीं इथियोपिया की हैसेट देरेज और दूसरी रनर-अप यानी तीसरे स्थान पर रहीं मार्टीनिक की ऑरेली योहाचिम। 7 मई को शुरू हुई ये रोमांचक प्रतियोगिता शनिवार 31 मई को एक नई मिस वर्ल्ड चुने जाने के साथ ही समाप्त हो गई है।
समापन समारोह यानी मिस वर्ल्ड ग्रैंड फ़िनाले का आयोजन तेलंगाना के हैदराबाद स्थित हाईटेक्स में हुआ। मिस वर्ल्ड विजेता सुचाता ने दो दिन पहले अपने इंस्टाग्राम सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा था कि यह सिर्फ थाईलैंड का प्रतिनिधित्व करने के बारे में नहीं था। यह उन कई महिलाओं के बारे में है जिनकी आवाज नहीं सुनी गई है, अपनी आवाज का इस्तेमाल कर किसी ऐसी चीज के लिए खड़ा होना जो वाकई मायने रखती है।
उन्होंने अपने सफर के बारे में लिखा कि मिस वर्ल्ड सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं है, यह एक मंच और एक वादा है। ये केवल दिखने वाली सुंदरता के बारे में नहीं है, बल्कि असल मायनों में काम करने के बारे में है। इस यात्रा ने मुझे सिखाया कि सुंदरता फीकी पड़ जाती है, लेकिन उद्देश्य बना रहता है। मिस वर्ल्ड संगठन ने 1951 में ‘ब्यूटी विद अ परपज़’ के नारे के साथ मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता की शुरुआत की थी। इस बार भारत की नंदिनी गुप्ता सहित 108 देशों की युवतियों ने ‘मिस वर्ल्ड’ प्रतियोगिता में भाग लिया था, हालांकि नंदिनी फ़ाइनल की दौड़ से बाहर हो गई थीं।
फाइनल मुकाबले में पहुंचने वाली चार प्रतियोगी थीं: मार्टीनिक की ऑरेली योहाचिम, इथियोपिया की हैसेट देरेज, पोलैंड की माया क्लाज्दा और थाईलैंड की ओपाल सुचाता।
मिस वर्ल्ड की वेबसाइट के अनुसार समापन समारोह में बॉलीवुड के जानेमाने कलाकार सोनू सूद को मिस वर्ल्ड ह्युमेनिटेरियन अवॉर्ड से नवाजा गया।
अब तक भारत से छह महिलाएं मिस वर्ल्ड का ताज जीत चुकी हैं: इनमें रीता फारिया (1966), ऐश्वर्या राय (1994), डायना हेडन (1997), युक्तामुखी (1999), प्रियंका चोपड़ा (2000) और मानुषी छिल्लर (2017) शामिल हैं।