सवाई माधोपुर: मोरेल बांध दौसा जिले की वृहद सिंचाई परियोजना है, जिसका निर्माण सन 1952 में हुआ था। यह बांध लालसोट तहसील मुख्यालय से 17 किमी दूर पर दौसा-सवाई माधोपुर सड़क मार्ग से बगडी होते हुए ग्राम कांकरिया के पास मोरेल नदी पर स्थित है। बांध का कैचमेन्ट एरिया 3345 वर्ग किमी है। इस बांध के कैचमेन्ट की प्रमुख नदी मोरेल व ढूढ़ नदी है।
दूढ़ नदी का उद्गम जयपुर की पहाड़ियों से है। जयपुर में इसे द्रव्यवती के नाम से जाना जाता है। यह नदी बांध के अपस्ट्रीम 33 किमी पहले मोरेल नदी में मिल जाती है। बांध का कुल भराव गैज 30 फीट है जिस पर कुल भराव क्षमता 2707 एमसीएफटी (76.66 एमसीयूएम) है। जयपुर में इस वर्ष अच्छी वर्षा होने के कारण बांध अपनी पूर्ण भराव क्षमता तक आज दिनांक 14//08/2024 को प्रातः 10:30 AM पर भरकर ऑवर फ्लो चल गया है। बांध में 0.6″ का ऑवर फ्लो चल रहा है।
बांध के Eathan Dam की लम्बाई 5364 मीटर तथा वेस्ट वीयर की लम्बाई 164.59 मीटर RL 262.43 मीटर पर तथा 36.58 मीटर, 264.56 मीटर पर है। इस प्रकार कुल वेस्ट वीयर की लम्बाई 201.17 मीटर है। वेस्ट वीयर का डिजाईन डिस्चार्ज 1958 Cumecs है। बांध का T.B.L. 270-36 m, MWL= 268.85 m & F.R.L. (एफटीएल) 262.43 m है तथा डिजाईन फ्लड लिफ्ट 6.42 मीटर व फी बोर्ड 1.51 मीटर है। बांध के ऑवेर फ्लो का पानी मोरेल नदी से बहता हुआ डूंगरी (सवाई माधोपुर) के बनास नदी में मिल जाता है। बांध वर्तमान में पूर्णतयाः सुरक्षित स्थिति में है, जिसकी विभागीय अधिकारियों द्वारा लगातार निगरानी की जा रही है।