जिला प्रशासन एवं राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद सवाई माधोपुर द्वारा परम्परा, कला, शिल्प एवं संस्कृति का प्रदर्शन करने के लिए राष्ट्रीय सरस शिल्प मेला-2024 का आयोजन 8 मार्च से 18 मार्च तक कलेक्ट्रेट परिसर के सामने स्थित इंदिरा मैदान में आयोजित किया जाएगा। सहायक कलेक्टर एवं राजीविका के जिला परियोजना प्रबंधक यशार्थ शेखर ने बताया कि राष्ट्रीय सरस शिल्प मेला सवाई माधोपुर, राजस्थान, ग्रामीण विकास विभाग के एक स्वायत्त निकाय ग्रामीण आजीविका विकास सोसायटी (राजीविका) द्वारा आयोजित एक पहल है।
इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों में संगठित कर प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। साथ ही उनकी आजीविका बढ़ाने के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है। उन्होंने बताया कि परंपरा, कला, शिल्प और संस्कृति पर ध्यान केंद्रित करने वाला प्रसिद्ध सरस मेला राज्य सरकार की सबसे प्रतिष्ठित पहलों में से एक है, जो न केवल सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण करता है, बल्कि ग्रामीण महिलाओं को राष्ट्रीय स्तर पर उद्यमियों के रूप में स्थापित करने के अवसर भी प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि गैर-कृषि क्षेत्र की वार्षिक कार्य योजना के अनुसार, राज्य में दो राष्ट्रीय स्तर के सरस मेलों का आयोजन किया जाता है।
पहला राष्ट्रीय सरस शिल्प मेला 12 से 21 जनवरी, 2024 तक शिल्पग्राम जवाहर कला केंद्र, जवाहर लाल नेहरू मार्ग, जयपुर में आयोजित किया गया था। इसी तर्ज पर दूसरा राष्ट्रीय सरस शिल्प मेला 8 से 18 मार्च, 2024 तक इंदिरा मैदान सवाई माधोपुर में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मेले में राजस्थान और 21 अन्य राज्यों के 200 से अधिक स्वयं सहायता समूह हस्तशिल्प, हथकरघा, भोजन और उन्नत तकनीकों से बने उत्पादों सहित अपने उत्पादों का प्रदर्शन और बिक्री करेंगे।
राजस्थान का सवाई माधोपुर जिला एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है और इसे पर्यटन को बढ़ावा देने और समूहों द्वारा स्थानीय रूप से बनाए गए उत्पादों की बिक्री को सुविधाजनक बनाने के लिए इस मेले की मेजबानी के लिए चुना गया है। अन्य राज्यों के स्वयं सहायता समूहों के प्रतिनिधि इस मेले में नियमित रूप से भाग लेते हैं। उन्होंने बताया कि सरस मेला महिलाओं को अपने उत्पादों को बेचने के लिए एक उन्नत मंच प्रदान करता है जहां वे अपने बिक्री कौशल का प्रदर्शन करती हैं और अपने उत्पादों के लिए सर्वाेत्तम मूल्य प्राप्त करती हैं।