शहीद कैप्टन रिपुदमन सिंह राजकीय पीजी महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना की प्रथम, तृतीय एवं चतुर्थ इकाइयों का सात दिवसीय विशेष शिविर आज से प्रारंभ हुआ।
कार्यक्रम अधिकारी डाॅ. हरिचरण मीना एवं प्रेम सोनवाल ने बताया कि यह सात दिवसीय शिविर दिनांक 22 से 28 दिसम्बर तक आयोजित किया जाएगा। आज शिविर प्रारंभ होने के अवसर पर सभी स्वयंसेवकों ने महाविद्यालय के दक्षिण परिसर के खेल के मैदान में एकत्रित होकर ध्यान एवं योग अभ्यास किया।
इसके पश्चात् मुख्य अतिथि राजकीय कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. गोविन्द प्रसाद गुप्ता एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. ओ.पी.शर्मा ने माँ सरस्वती की मूर्ति पर माल्यार्पण कर शिविर का उदघाटन किया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना का उद्देश्य सेवा कार्याें के साथ-साथ विभिन्न विषयों पर समाज को जागरूक एवं जागृत करना है। स्वयंसेवकों को समाज में वृक्षारोपण, पर्यावरण प्रदूषण को रोकने, शिक्षा के प्रति जागरूकता एवं यातायात सुरक्षा के नियमों के प्रति जागरूकता फैलाने एवं मानव अधिकारों के प्रति जागरूक करना चाहिए।
विशिष्ट अतिथि डॉ. नईम मोहम्मद ने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रमों द्वारा स्वयंसेवकों का बहुआयामी विकास होता है। अतः विद्यार्थियों को पूरे अनुशासन के साथ एनएसएस के शिविरों एवं अन्य कार्यक्रमों में सहभागिता करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मानव जीवन तब ही सार्थक हो सकता है, जब हम स्वयं को समाज सेवा एवं राष्ट्र हित में समर्पित कर दे।
इस अवसर पर हाल ही में राष्ट्रीय एकता शिविर राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर में सात दिवसीय शिविर में भाग लेने वाली स्वयंसेवक छात्रा हनीफा एवं प्रीआरडी परेड़ में भाग लेने वाले स्वयंसेवक छात्र चेतन प्रकाश बैरवा ने स्वयंसेवकों को बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रमों में सक्रियता से भाग लेने वाले स्वयंसेवक राष्ट्रीय पदक भी प्राप्त कर सकते है।
इस दौरान विशिष्ट अतिथि डॉ. गोपाल सिंह एवं कार्यक्रम अधिकारी मीठालाल मीना ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इसके बाद सभी स्वयंसेवक अपनी-अपनी इकाईयों द्वारा गोद लिये गये गांवों में गये और वहां लोगों को विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारें में जानकारी दी।