राजस्थान सरकार के स्वायत शासन विभाग जयपुर की अधिसूचना के तहत सम्पूर्ण राजस्थान में 12 मई 2022 गुरुवार को श्रमण संघीय आचार्य देवेन्द्र मुनि के पुण्य स्मृति दिवस के उपलक्ष्य में राज्य में अगता (अहिंसा-दिवस) रहेगा। प्रदेश में अहिंसा के महत्व को प्रतिपादित करते हुए पशुवध,
मुर्गा-मीट, मांस, मछली, क्रय-विक्रय की समस्त दुकानें और बूचड़खानों के संचालन पर पूर्णतया प्रतिबन्ध रहेगा।
राजस्थान समग्र जैन युवा परिषद् ने मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षकों और स्वास्थ्य निरीक्षकों से आग्रह किया है कि वे अपने अपने क्षेत्रों में मांस और मछली की दुकानों पर नजर रखें। इस संबंध में मांस विक्रेताओं को भी अवगत कराएं की आदेश का उल्लंघन करने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
समग्र जैन युवा परिषद् के अध्यक्ष जिनेन्द्र जैन ने बताया कि आचार्य देवेन्द्र मुनि सकल जैन समाज के प्रथम संत है जिनकी स्मृति में सरकार द्वारा यह आदेश पारित किया गया है। इस वर्ष आचार्य देवेन्द्र मुनि का 23 वां स्वर्गारोहण दिवस है। मूलत: उदयपुर शहर के वर्डिया कुल में जन्में आचार्य देवेन्द्र मुनि ने मात्र 9 वर्ष की अल्पायु में जैन भागवती दीक्षा अंगीकार कर 400 से अधिक पुस्तकों का लेखन – संपादन कर नव कीर्तिमान स्थापित किया।
देश भर में सात दशकों तक पदयात्रा करके लाखों मनुष्यों को व्यसन मुक्त बनाया। देवेन्द्र मुनि ने श्रमण संघ के 1200 से अधिक साधु-साध्वी समुदाय के आचार्य बनकर उदयपुर का नाम रोशन किया था। ज्ञात रहें कि सन् 1999 को कालधर्म को प्राप्त हुए इस संत का स्मारक उदयपुर में ही ‘देवेन्द्र धाम’ के नाम से विश्रुत है