पांच फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर चल रहा गुर्जरों का आंदोलन बुधवार को छठे दिन भी जारी रहा। बड़ी संख्या में गुर्जर समाज के लोग कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की अगुवाई में रेलवे ट्रेक पर डटे रहे।
वहीं राज्य सरकार द्वारा गुर्जर आंदोलन का हल निकालने का प्रयास किया जा रहा है। सरकार द्वारा गुजरों को पांच फीसदी आरक्षण देने के लिये विधानसभा में विधेयक पेश किया गया। जिसकी जानकारी देने के लिए आईएएस नीरज के पवन रेलवे ट्रेक पर पहुंचे। जहाँ उन्होंने कर्नल बैंसला को सरकार के प्रयासों से अवगत करवाया।
वही कर्नल बैंसला का कहना है कि पूर्व में भी सरकारों द्वारा कई बार विधेयक पेश किए गए हैं, मगर गुर्जरों को आज तक आरक्षण नहीं मिला। सरकार किस तरह से गुर्जरो को आरक्षण देगी इसे लेकर सरकार का प्रतिनिधि मंडल रेलवे ट्रेक पर आए और विधेयक के बारे में गुर्जर समाज को खुलकर बताएं। अगर विधेयक गुर्जरों के हित में हुआ तो सरकार के प्रतिनिधि मंडल से ट्रेक पर ही वार्ता की जायेगी। अन्यथा गुर्जरों का आंदोलन जारी रहेगा।
सरकार द्वारा विधानसभा में जिस तरीके से विधेयक पेश किया गया है उसे देखकर लगता है कि आरक्षण की गेंद एक बार फिर केंद्र के पाले में फेंक दी गई है। गुर्जरों के रवैये को देखकर लगता है कि गुर्जर आंदोलन और भी लम्बा खिंच सकता है। क्योंकि अभी तक गुर्जरों ओर सरकार के बीच वार्ता सम्भव नहीं हो सकी है।
दूसरी ओर गुर्जर आंदोलन को लेकर अब राजनीतिक पार्टियां भी अपना वोट बैंक साधने में जुट गई हैं। बुधवार को भाजपा के पूर्व संसदीय सचिव जितेंद्र गोठवाल कुशालीदर्रा पहुंचे। जहाँ गुर्जर समाज के लोगों ने पांच फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर पिछले दो दिनों ने टोंक शिवपुरी स्टेट हाईवे को जाम कर रखा है। गोठवाल ने कुशालीदर्रा पहुंच कर गुर्जर शहीदों की समाधी स्थल पर पुष्प अर्पित किये। गोठवाल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी गुर्जर समाज के साथ है।