रणथम्भौर कॉलेज ऑफ नर्सिंग सवाई माधोपुर में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया। इस अवसर पर डॉ.पल्लवी तिवारी स्त्री रोग विशेषज्ञ, विश्वास हॉस्पीटल सवाई माधोपुर, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग सवाई माधोपुर के आशीष गौतम केस ऑफिसर एवं जिला कार्यक्रम समन्वयक (पीसीपीएनडीटी), डॉ. सैयद बलीग अहमद (प्राचार्य) राजकीय नर्सिंग महाविद्यालय सवाई माधोपुर सहित संस्था के आचार्यगण व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम में डॉ. पल्लवी तिवारी स्त्री रोग विशेषज्ञ, विश्वास हॉस्पीटल सवाई माधोपुर ने बेटियों को काबिल बनाने पर जोर दिया साथ ही बेटियों की शिक्षा पूर्ण होनी चाहिए जब तक वह बेटी पढ़ सकें।
बेटियों को शारिरीक रूप से स्वस्थ्य रहना, उनका खानपान इत्यादि स्वास्थ्य संबंधी जानकारी भी प्रदान की गई। डॉ. सैयद बलीग अहमद (प्राचार्य) राजकीय नर्सिंग महाविद्यालय सवाई माधोपुर ने समाज में बेटियों के प्रति बढ़ रहे भेदभाव के कारणों को विस्तृत रूप से समझाया। हर परिवार, समाज में रहना प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि बेटियों को हर क्षेत्र में जाने का मौका देवें। वर्तमान में बेटियों को शिक्षा, रोजगार, कार्यालयों, कम्पनीयों इत्यादि हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही है।
आशीष गौतम केस ऑफिसर एवं जिला कार्यक्रम समन्वयक (पीसीपीएनडीटी) ने उपस्थित छात्राओं को लिंग चयन नहीं करने एवं करवाने के लिये विभाग को सूचना देने बेटी बचाओ बेटी पढाओ, पीसीपीएनडीटी एक्ट की विधिक जानकारी, राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं राजश्री योजना, मुखबिर प्रोत्साहन योजना इत्यादि के बारे में विस्तृत बतायां बालिका एवं महिलाओं के लिए राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं 104/108 टोल फ्री नम्बर, व्हाटसऐप नम्बर 9499997795, ईमेल आईडी पर नवीन मुखबिर योजना के तहत लिंग चयन करने वालों या करवाने वालों की पुख्ता सूचना देने पर मुखबिर प्रोत्साहन योजना के तहत कुल तीन लाख रूपये की प्रोत्साहन राशि देने के बारे में अवगत कराया। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित छात्र-छात्राओं को लिंग चयन नहीं करने एवं करवाने के लिये विभाग को सूचना देने तथा बेटा-बेटी में भेदभाव नहीं करने व अपने आस पास के समुदायों में अन्य लोगों को इस हेतु प्रेरित करने सबंधी इत्यादि विषय पर शपथ दिलवाई गई।
बालिका दिवस पर संगोष्ठी का हुआ आयोजन
आचार्य नानेश शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय सवाई माधोपुर में राष्ट्रीय बालिका दिवस पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम प्रभारी व्याख्याता कन्हैया लाल ने बताया कि संगोष्ठी में सभी छात्राध्यापिकाओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया तथा बालिकाओं के सामने आने वाली असमानताओं को उजागर करने और उनके अधिकारों, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण के महत्व तथा नारी शक्ति से जुड़ी हुई जानकारियां दी गयी। व्याख्याता डॉ. सनील कुमार जैन ने बताया कि बालिकाओं एवं महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों से बचाने और उनके सामने आने वाली चुनौतियों व अधिकारों के संरक्षण के लिए जागरूक करने के उद्देश्य से ही सत्र 2008 में पहली बार महिला बाल विकास मंत्रालय ने राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया तथा प्रतिवर्ष 24 जनवरी को मनाया जाता है। महाविद्यालय के सभी व्याख्याताओं ने भी राष्ट्रीय बालिका दिवस पर अपने-अपने विचार प्रकट किए। छात्राध्यापिका कशिश साहू, पूजा वर्मा, निकिता जांगिड़, ज्योति गोत्तम, सुनिता बैरवा, ज्योति नामा, मोना बैरवा, प्रियंका सैनी, मनीषा गुर्जर, खुशी जैन, श्रुति मंगल आदि ने अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम के अन्त में प्राचार्य डॉ. निधि जैन ने देश की बालिका व महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करके उन्हे समाज में विकास के समान अवसर एवं सम्मान दिलाने को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने का उद्देश्य बताते हुए सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।