रणथम्भौर रोड़ स्थित उच्च माध्यमिक आदर्श विद्या मन्दिर, विवेकानन्दपुरम में विद्या भारती राजस्थान द्वारा क्षेत्रीय प्रधानाचार्य प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया जा रहा है। जिला निरीक्षक व प्रचार-प्रसार प्रमुख महेन्द्र कुमार जैन ने बताया कि इस प्रशिक्षण वर्ग में पूरे राजस्थान से 88 प्रशिक्षणार्थियों को विषय विशेषज्ञों तथा प्रशिक्षण टोली के कार्यकर्ताओं द्वारा व्यस्त दिनचर्या में प्रधानाचार्य का प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं।
इसी श्रृंखला में 9वें दिन जोधपुर के प्रान्त सचिव महेन्द्र दवे ने कहा कि शिक्षा के आधार पर देश समाज और राष्ट्र को दिशा और दशा मिलती है। शिक्षा गुरुकुल में भारतीय संस्कृति के अनुरूप भारत में दी जाती है। शिक्षा क्षेत्र में योग्य अनुभवी संस्कार युक्त शिक्षकों की कमी शिक्षा क्षेत्र में बहुत बड़ी चुनौती है। शिक्षा का स्तर उत्तम करने हेतु शिक्षा के स्तर में सुधार करने की आवश्यकता है।
दूसरों के हित के बारें में सोच विचार करने वाला ही शिक्षक होता है। शिक्षक की योग्यता, क्षमता का विकास करने पर शिक्षक राष्ट्र का निर्माता बनेगा। शिक्षा क्षेत्र में नवाचार भवन, भौतिक संस्थान शिक्षकों की गुणवत्ता नवीन नवाचार संसाधन सुविधायुक्त होनी चाहिए। शैक्षणिक क्षेत्र में सुधार हेतु भूमि भवन तकनीकी संसाधन एवं मानव संसाधन में बहुत अधिक सुधार की आवश्यकता है।
इस दौरान विद्या भारती राजस्थान के अध्यक्ष प्रो. भरतराम कुम्हार, जयपुर प्रान्त सचिव लक्ष्मण सिंह राठौड़, शिशुवाटिका प्रमुख गोपाल पारीक, जिला व्यवस्थापक कानसिंह सोलंकी, जिला सचिव जगदीश प्रसाद शर्मा, मुकुट बिहारी शर्मा, जिला सह सचिव कैलाश चन्द, जिला सेवा प्रमुख महेन्द्र वर्मा, आईसीटी प्रमुख दामोदर प्रसाद शर्मा, प्रधानाचार्य गिर्राज शर्मा, किशन प्रजापत आदि उपस्थित रहें।