नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी दौरे के दौरान नासाउ कोलिजीयम एरिना में भारतीय समुदाय को संबोधित किया है। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका की पार्टनरशिप लगातार मजबूत होती जा रही है। ये पार्टनरशिप ‘ग्लोबल गुड’ के लिए है। मैंने पिछली बार घोषणा की थी कि हमारी सरकार सीएटल में काउंसलेट खोलेगी।
वो काउंसलेट शुरू हो चुका है। बॉस्टन और लॉस एंजिलिस में दो और काउंसलेट खोले जाएंगे। हम ग्लोबल साउथ की भी बुलंद आवाज बन रहे हैं। भारत की पहल पर जी-20 समिट में अफ्रीकन यूनियन को स्थायी सदस्यता मिली। आज जब भारत बोलता है, तो दुनिया सुनती है। कुछ समय पहले जब मैंने कहा कि ये युद्ध का युग नहीं है, तो इसकी गंभीरता सबने समझी। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज दुनिया में कहीं भी संकट आए, भारत फर्स्ट रिस्पॉंडर के तौर पर सामने आता है।
कोरोना के समय में हमने 150 से अधिक देशों को वैक्सीन और सहायता भेजी। मैं पहला प्रधानमंत्री हूं, जिसका जन्म आजादी के बाद हुआ। मैं स्वराज के लिए अपनी जान नहीं दे पाया, लेकिन मैं इस देश के भले के लिए अपनी पूरी जिंदगी लगा दूंगा। तीसरी बार हमारी सरकार की वापसी हुई है। ऐसा पिछले 60 सालें में भारत में नहीं हुआ था। इसके मायने बहुत बड़े हैं। हमें तीन गुना ताकत और गति के साथ आगे बढ़ना है। दुनिया के लिए एआई का मतलब है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, लेकिन मैं मानता हूं कि एआई का मतलब है अमेरिकन – इंडियन।