पुलिस अधीक्षक कार्यालय से जारी की गई प्रेस रिलीज़:
3 मार्च 2019 को पर्चा बयान में विमल कुमार मीणा निवासी भैंसखेड़ा ने बताया कि शाम को करीब 7.30 – 8 बजे अपने खेत पर से आ रहा था। जैसे ही सैलू वाले रास्ते पर संजय मीणा की दुकान के पास पहुंचा तो एक सफेद रंग की अपाची आरटीआर मोटर साईकिल सैलू की तरफ से आई। मोटर साईकिल पर पीछे बैठे लड़के ने मुझे जान से मारने की नियत से फायर कर दी।
मुकदमा नम्बर 66/2019 धारा 307 आईपीसी में पंजीबद्व कर अनुसंधान शुरू किया गया। निरीक्षण घटना स्थल व गोपनीय सूत्रों से जानकारी मिली कि घटना से समय बिजेन्द्र मीणा निवासी भैंसखेड़ा, बाबूलाल निवासी भैंसखेड़ा व परिवादी विमल मीणा बैठकर आपस में बातचीत कर रहे थे। बिजेन्द्र मीणा व बाबूलाल मीणा की तलाश की गई तो उक्त दोनों घर से फरार पाये गये। मामला संदिग्ध होने पर पुलिस अधीक्षक सवाई माधोपुर समीर कुमार सिंह के निर्देशानुसार संदिग्धों की तलाश हेतु दिनेश कुमार वृताधिकारी शहर सवाई माधोपुर व भवरं सिंह थानाधिकारी सूरवाल के नेतृत्व में टीमों का गठन किया गया। बिजेन्द्र मीना को दस्तयाब कर गहनता से अनुसंधान किया गया। बिजेन्द्र मीणा ने अपराध कबूल करते हुए बताया कि मैं, बाबू, विमल गांव के पास ही संजय मीणा की दुकान पर बैठकर पिस्टल चैक कर रहे थे। अचानक मेरे हाथ से पिस्टल का ट्रिगर दब गया। पिस्टल से गोली निकल कर विमल कुमार के बायी तरफ कंधे के नीचे लगकर आरपार निकल गई। मैं घबरा गया। मैने मेरे दोस्त अकरम से ब्रीजा कार मंगवा कर विमल को बिठाकर मैनपुरा गांव तक लाया। डर की बजह से मैं और अकरम थाने पर नहीं गये। मैने मेरे भाई दिलकेश को टेलीफोन करके मैनपुरा बुलाया। उसे बताया कि विमल के गोली लग गई है, दिलकेश मोटर साईकिल पर बिठाकर विमल कुमार को थाने पर ले गया। वहीं से हॉस्पिटल मे भर्ती कराया गया। मैं पिस्टल व कारतूस अकरम को देकर जयपुर चला गया।
मुल्जिम विजेन्द्र व अकरम को उक्त मुकदमा मे अपराध धारा 338 आईपीसी व 3/25 आर्मस एक्ट में गिरफ्तार किया जाकर मुल्जिम अकरम के कब्जे से एक पिस्टल बरामद की गई है। मुल्जिम बिजेन्द्र ने पिस्टल महेन्द्र उर्फ छीतरया निवासी सूरवाल से लाना बताया है। महेन्द्र उर्फ छीतरया की तलाश जारी है।