कोरोना वैक्सीन की तैयारियां तेज हो गई हैं। जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने कलेक्ट्रेट में चिकित्सा, नगरीय निकाय अधिकारियों की बैठक लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये। मंगलवार को सभी ब्लॉक में आमुखीकरण कार्यशालाएं आयोजित कर सरपंचों को वैक्सीन से जुड़ी सभी जानकारियां दी गई।
कलेक्टर ने बताया कि वैक्सीनेशन के स्थान, समय, लाभार्थी समूह, बरती जाने वाली प्रक्रिया, सावधानी के बारे में आमजन को विस्तार से जानकारी दें। स्वास्थ्य अधिकारी ज्यादा से ज्यादा जानकारी दें ताकि आमजन सोशल मीडिया या अन्य अनाधिकृत सोर्स पर निर्भर न रहें।
कलेक्टर ने सीएमएचओ डॉ. तेजराम मीणा से मलारना डूंगर में बनाये जा रहे मॉडल/डेमो वैक्सीनेशन सेंटर का जल्द निर्माण करवाने के निर्देश दिये ताकि लाभार्थी समूह में से कुछ लोगों को वहां विजिट करवाकर प्रक्रिया समझायी जा सके। कलेक्टर ने बताया कि इस अभियान की सफलता में मोबिलाइजर की बडी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। वह वैक्सीन संबंधी प्रचार-प्रसार सामग्री का समुचित प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करेगा। प्रत्येक लाभार्थी को समय पर टीकाकरण स्थल पर पहुंचने के लिए प्रेरित करें। लाभार्थियों का समय पर इस प्रकार नियोजित हो कि सत्र स्थल पर भीड़ न हो, यदि लाभार्थी वैक्सीन के बारे में खुराक तथा समय को जानना चाहते है तो उन्हे सूचना देना, वैक्सीनेशन के बाद किसी तरह की सहायता की आवश्यकता हो तो पास की आशा, एएनएम चिकित्सा अधिकारी से सम्पर्क करने के लिए फोन नम्बर प्रदान करने का कार्य भी मोबिलाइजर का है।
कलेक्टर ने निर्देश दिये कि आमुखीकरण कार्यक्रम को पूर्ण गम्भीरता से लें। 30 दिसम्बर को एएनएम, 31 दिसम्बर को आशा तथा 1 जनवरी को सीडीपीओ, महिला पर्यवेक्षक, आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को कार्यशालाओं में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया, गाईडलाइन समझायी जाएगी। जनवरी माह में 2, 4 व 5 तारीख को स्वास्थ्य मित्रों को सेक्टरवार प्रशिक्षण दिया जाएगा। बैठक में गंगापुर सिटी नगर परिषद सभापति शिवरतन गुप्ता, सवाई माधोपुर नगरपरिषद आयुक्त रविन्द्र यादव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
कोई भी भ्रांति न रहे:- आमुखीकरण कार्यशालाओं में मास्टर ट्रेनरों ने बताया कि सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन और देश के प्रख्यात चिकित्सकों के सुझाव पर तय किया है कि किस श्रेणी के व्यक्ति को किस चरण में टीका लगेगा। सरपंचों का दायित्व है कि वे आमजन को इस सम्बंध में जागरूक करें। कोई भी व्यक्ति टीकाकरण के बारे में किसी प्रकार की अफवाह फैलाये तो उसे अपने स्तर पर समझाये या प्रशासन को सूचित करें। सरपंच अपने क्षेत्र में लगने वाले टीकाकरण कैम्प, समय, स्थान, गाईडलाइन के बारे में आमजन को जागरूक करें।
कार्यशाला में बताया गया कि वैक्सीनेशन सेंटर का प्रवेश तथा निकास द्वार अलग-अलग होगा, वेंटीलेशन के लिए खिड़की वगैरह खुली रहेगी। प्रतीक्षा कक्ष, टीकाकरण कक्ष, निगरानी कक्ष अलग-अलग होने चाहिए। प्रत्येक कक्ष में कोविड नियंत्रण संबंधी व्यवहारों की पूर्ण पालना होनी चाहिए। सत्र स्थल पर आडे-तिरछे आवागमन से बचें, सुचारू प्रवाह हेतु तीर एवं कदमों के निशान बनाकर संभव किया जा सकता है। प्रवेश द्वार के पास ही हाथों को धोने के लिए व्यवस्था होगी, 2 मीटर की दूरी बनाये रखना है तथा टीकाकरण कक्ष में एक समय में केवल एक ही व्यक्ति प्रवेश करेगा।
टीकाकरण कक्ष में एक समय में एक ही व्यक्ति का वैक्सीनेशन किया जाएगा और उसकी निजता का पूरा ध्यान रखने के निर्देश हैं। इस कक्ष में 2 वैक्सीन कैरियर, दोनों वैक्सीन कैरियर में 4.4 कंडीशंड आइस पैक्स, वैक्सीन कैरियर में पर्याप्त मात्रा में कोविड वैक्सीन शीशी, पर्याप्त मात्रा में एण्डी, ए.डी. सिरिंज, हैंड सेनटाइजर, मास्क, वैक्सीन शीशी ओपनर, हब कटर, पार्टीशन स्क्रीन, एईएफआई/एनाफाइलैक्सिस किट तथा कचरा भंडारण बैग उपलब्ध होंगे।
टीका लगाने के बाद उस व्यक्ति को 30 मिनट के लिये निगरानी कक्ष में रखा जायेगा ताकि कोई रिएक्शन या एलर्जी के लक्षण दिखें तो तत्काल उपचार किया जा सके। कक्ष में आरामदायक बैठक व्यवस्था, पेयजल तथा टॉयलेट की सुविधा उपलब्ध रहेगी। वैक्सीनेशन टीम में सुरक्षा गार्ड, रिकार्ड की जांच करने वाला कार्मिक, वैक्सीनेटर, मोबिलाइजर और निगरानी कर्ता होंगे।