मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए समय रहते व्यापक कार्ययोजना बना कर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रभावी कार्यवाही की जाएगी। विभाग को राज्य स्तर से चिकित्सा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह द्वारा दिशा निर्देश दिए गए हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. तेजराम मीना ने बताया कि कार्ययोजना के अंतर्गत चिकित्सा संस्थानों में दवाओं की उपलब्धता, सुदृढ जांच सुविधा, चिकित्सकों च चिकित्सा कर्मियों कर उपस्थिति आदि पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। फील्ड सर्वे के लिए जाने वाले स्वास्थ्य टीमों में नर्सिंग काॅलेज के छात्रों को आवश्यक प्रशिक्षण देकर सहयोग लिया जाएगा। एसीएस द्वारा मौसमी बीमारियों की पूर्व तैयारियों के संबंध में दिशा निर्देश दिए गए। उन्होंने बताया कि मौसम के बदलाव के साथ ही विभिन्न प्रकार की मौसमी बीमारियां आम जन को प्रभावित करती हैं एवं आमजन में समय से इन बीमारियों की पहचान, बचाव संबंधी जानकारियों के अभाव में गंभीर स्वास्थ्य समस्या का सामना करना पडता है। इसलिए चिकित्सकीय कार्ययोजना में आम जन को जानकारी देने संबंधी प्रचार प्रसार गतिविधियों को शामिल किया जाएगा।
उन्होने बताया कि डेंगू मलेरिया से बचाव कि लिए पानी की टंकियों, कुलर तथा पानी के बर्तनों को सप्ताह में कम से कम से एक बार खाली करें और सुखायें
अपने आवास एंव आस पास के क्षेत्र को साफ रखें। खाली पडे बर्तनों, डिब्बों व टायरों आदि को नष्ट करें। रात को सोते समय पूरी आस्तीन के कपडे पहने तथा मच्छरदानी (कीटनाशक दवा का छिडकाव करें) का प्रयोग करना चाहिए।