राष्ट्रीय बालिका दिवस का जिला स्तरीय कार्यक्रम सम्भागीय आयुक्त भरतपुर सांवरमल वर्मा के मुख्य आतिथ्य में पैराडाईज मैरिज गार्डन आलनपुर में जिला परियोजना समन्वयक समग्र शिक्षा एवं महिला अधिकारिता विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आज बुधवार को आयोजित हुआ। बालिकाओं के साथ केक काटकर राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाते हुए उन्होंने कहा कि सवाई माधोपुर जिले में “भविष्य की उड़ान” नवाचार से शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हुआ है।
जिसमें गांव के किसानों, राजकीय अधिकारियों, कर्मचारियों तथा आमजन ने एकत्रित होकर अपनी ग्राम पंचायत के विद्यालयों के संरचनात्मक विकास के लिए राशि भेंट की है। उन्होंने कहा कि यह की बेटियां ना सिर्फ राजकीय सेवाओं में बल्कि केन्द्र सरकार सेना में भी अपनी सेवाएं देकर राष्ट्र निर्माण में महत्ती भूमिका निभा रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री द्वारा प्रारम्भ की गई बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के माध्यम से बेटियों के सर्वांगीण विकास की बात कहीं।
उन्होंने कहा कि हमारा ध्येय अपने घर की प्रत्येक बालिका को उच्च शिक्षा दिलाकर उसका भविष्य निर्माण करना होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर बेटी पढ़ेगी तो ना सिर्फ अपना स्वयं का बल्कि आने वाली पीढ़ियों का भी भविष्य उज्जवल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। जिला कलक्टर डॉ. खुशाल यादव ने कहा कि भविष्य उड़ान नवाचार के माध्यम से विद्यालयों के उन्नयन के लिए जो राशि दी है वह अनुकरणीय है। इसी प्रकार के प्रयास हमें आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं छात्रावासों में पढ़ रहे विद्यार्थियों के लिए आधारभूत संरचनाएं जुटाने में भी करना होगा। उन्होंने कहा कि हम जिस प्रकार अपने बेटों को उच्च शिक्षा व उनके करियर निर्माण में अहम भूमिका निभाते है उसी प्रकार हमे अपनी बेटियों के भविष्य निर्माण में भी सार्थक भूमिका निभानी होगी।
महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक अमित गुप्ता ने बताया कि राष्ट्रीय बालिका दिवस 24 जनवरी 1966 को इंदिरा गांधी ने महिला प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। इसलिए 24 जनवरी को भारत में राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने की शुरुआत वर्ष 2008 में महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से की गई थी। राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य देश की बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। इसके अलावा समाज में उनके विकास के लिए समान अवसर और सम्मान दिलाने की ओर भी लोगों का ध्यान आकर्षित करना है और सबसे जरूरी बालिकाओं के साथ होने वाले भेदभाव पर रोक अंकुश लगाना है।
इस अवसर पर 4 से 8 वर्ष आयु की बालिकाओं के साथ सामुहिक रूप से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ केक काटकर बेटी जन्मोत्सव मनाया गया तथा बालिकाओं को पारितोषिक देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सम्भागीय आयुक्त ने उपस्थित प्रतिभागियों को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की शपथ भी दिलवाई तथा हस्ताक्षर अभियान का शुभारम्भ कर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ केनवास पर हस्ताक्षर कर कन्याभ्रूण हत्या ना करने एवं बेटियों को बेटों के समान अवसर प्रदान करने संकल्प दिलाया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा बालिकाओं, शिक्षकाओं एवं स्वयं सेवी संस्थाओं को उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया।
एडीपीसी समसा दिनेश गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी गोविन्द प्रसाद बंसल, विकास अधिकारी समय सिंह मीना, संरक्षण अधिकारी राजेन्द्र कुमार सहित समग्र शिक्षा अभियान के कृष्णानंद गुप्ता सहित अन्य अधिकारी, शिक्षिकाएं एवं बालिकाएं उपस्थित रही।