सवाई माधोपुर जिले की पुलिस ने अनूठी मिसाल पेश की है। पुलिस ने सड़क दुर्घटना का शिकार हुए अपने दिवंगत दोस्त की बहन की शादी की पूरी जिम्मेदारी निभाई है। इस शादी में पुलिसकर्मियों की ओर से निभाए गए दोस्ती के धर्म की रुदावल कस्बे में खासी चर्चा है। पूर्व पुलिसकर्मी एवं समाजसेवी दौलतसिंह चौधरी ने बताया कि 19 जून को रूपवास पुलिस थाना क्षेत्र के नगला पूठियां के निकट कार एवं बाइक की टक्कर में बाइक सवार कस्बा निवासी रामेन्द्र सक्सेना पुत्र लौहरे सक्सेना की मौत हो गई थी।
रामेन्द्र सवाई माधोपुर कोतवाली थाने पर कास्टेबल के रूप में पदास्थापित था। वह पांच बहनों का इकलौता भाई होने के साथ ही पिता के निधन के बाद घर का मुखिया भी था। चार बहनों की शादी के बाद सबसे छोटी बहन साधना की 30 जून को होने वाली शादी के लिए अपनी शादीशुदा बहनों की ससुराल में निमंत्रण देने के लिए जाते समय हादसे का शिकार हो गया था।
घटना के बाद कोतवाली थाने के पुलिसकर्मी साथी संवेदना व्यक्त करने उसके घर आएं तो उसके घर की हालत एवं परिवार में कोई जिम्मेदार नहीं होने पर उन्हें बहुत दुख हुआ। साथी पुलिसकर्मी प्रेम सिनसिनी ने बताया कि रामेन्द्र ने अपनी बहन की शादी करने के लिए छह लाख रुपए का लोन लेने के लिए भी आवेदन किया था।
वहीं वह अपनी छोटी बहन की शादी धूमधाम से करने की बात करता था। रामेन्द्र ने अपनी बहन साधना की सगाई करने के बाद शादी की तैयारियों के लिए अपने गांव आया, लेकिन हादसे का शिकार होने के बाद हम साथी पुलिसकर्मियों ने ऐसी स्थिति में मृतक साथी रामेन्द्र की बहन की शादी करने का बीड़ा उठाया है। पुलिसकर्मियों ने मृतक के परिजनों को शादी का पूरा खर्चा करने का संकल्प लेते हुए जहां शादी पर करीब पांच लाख रुपए खर्च किए। वहीं, मृतक साथी की मां को तीन लाख रुपए की फिक्स डिपोजिट करवाकर दी है।