बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जिला टास्क फोर्स, जिला महिला समाधान समिति एवं वन स्टॉप सेन्टर प्रबन्धन समिति की बैठक जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन की अध्यक्षता में आज गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई। जिसमें मिसेज एशिया सीमा मीना को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के तहत नवाचार “हमारी लाडो” की जिला ब्रांड एम्बेसडर बनाने का निर्णय लिया गया। सीमा मीना इस प्रस्ताव पर पहले ही सहमति दे चुकी है।
बैठक में जिला कलेक्टर ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए बताया कि 2020 के मुकाबले 2021 में 6 साल तक के बच्चों में लिंगानुपात में काफी सुधार आया है। 2020 में प्रति 1000 लड़कों के 901 लड़कियों ने जन्म लिया, वहीं 2021 में यह संख्या बढ़कर 942 हो गई। कलेक्टर ने हमारी लाडो नवाचार का विस्तार करते हुए इस शनिवार को प्रत्येक ब्लॉक के कम से कम 5 विद्यालयों में कैम्प लगाकर 15 से 18 साल तक की शत-प्रतिशत बेटियों का कोविड-19 टीकाकरण करने, उन्हें मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना तथा कोविड-19 प्रोटोकॉल व गाइडलाइल की विस्तार से जानकारी देने के निर्देश दिए।
इसके साथ ही कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिये कि सभी राजकीय विद्यालयों में 15 से 18 साल तक के सभी विद्यार्थियों के सम्पूर्ण टीकाकरण के लिये प्रिंसिपल को पाबंद करें। अगले गुरूवार तक इस आयु वर्ग के सभी विद्यार्थियों को टीके लग जाने चाहिए। उन्होंने समाज कल्याण विभाग के हॉस्टल, आवासीय विद्यालयों में रह रहे 15 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों को टीका लगवाने के जिम्मेदारी इस विभाग के जिला अधिकारी को दी गई। इसमें लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई होगी। कलेक्टर ने बताया कि पर्यटन और होटल व्यवसाय जिले में काफी समृद्ध है।
बेटियों को स्पोकन इंग्लिश, कम्प्यूटर, ट्यूर गाइड, पर्सनलिटि डवलपमेंट का प्रशिक्षण देकर उन्हें इस क्षेत्र से जोड़ सकते हैं। इससे बेटियों का सवाई माधोपुर के गौरवशाली इतिहास, स्थापत्य, संस्कृति, लोक कला, वन एवं वन्य जीवन से भी परिचय होगा। कलेक्टर ने महिला स्वयं सहायता समूहों को आत्म निर्भर बनाने के दिशा में सेनेटरी नैपकिन, अम्बर चरखा से सूत उत्पादन से जोड़ने के लिये कार्य योजना बनाने, ट्रेनिंग, लोन, विपणन में उनकी सहायता करने के भी निर्देश दिए।
टास्क फोर्स की बैठक में तय किया गया की अब चिन्हित बेटियां भी बैठेंगे, सुझाव देंगी, निर्णय लेंगी ताकि दूसरी बेटियों को भी यहां बैठने के लिये उल्लेखनीय कार्य करने की प्रेरणा मिले। कलेक्टर ने इस बात पर भी प्रसन्नता जताई कि बेटियां शिक्षा में आगे बढ़ रही हैं, स्कूल से ड्रॉप आउट लगभग शून्य हो गया है।
बैठक में पीसीपीएनडीटी एक्ट की जिले में प्रभावी पालना, मुखबिर योजना तथा बालिकाओं और महिलाओं के कल्याण के लिये संचालित विभिन्न योजनाओं का अधिक से अधिक प्रचार करने, डिकॉय ऑपरेशन करने के सम्बंध में विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में सहायक निदेशक महिला अधिकारिता ऋचा चतुर्वेदी, सीएमएचओ डॉ. तेजराम मीना, जिला शिक्षा अधिकारी नाथूलाल खटीक, घनश्याम बैरवा, मंजू जैन, सीकोईडिकोन प्रतिनिधि सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।