राजस्थान राज्य विद्युत मंत्रालयिक कर्मचारी संगठन के प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक आज बुधवार को विद्युत भवन जयपुर में संपन्न हुई। बैठक में विद्युत कर्मचारियों ने विद्युत निगमों में मंत्रालय कर्मचारियों के पदों के पुनर्गठन को लेकर चल रहे लगातार आंदोलन एवं लंबे समय से उठाई जा रही मांग पर प्रदेश स्तरीय बैठक हुई। बैठक मे मांग को लेकर विस्तार से चर्चा की एवं 28 अप्रैल को सांकेतिक धरने को लेकर तेयारियों पर चर्चा की गई।
जिसमें राजस्थान राज्य विद्युत मंत्रालयिक कर्मचारी संगठन के प्रदेश महामंत्री मुकेश कटारिया, प्रदेश संयुक्त सचिव ने रामकेश रेगर ने कहा कि राजस्थान सरकार द्वारा बजट 2022 में वित्त मंत्रालय राजस्थान सरकार द्वारा अधीनस्थ विभागों के मंत्रालय संवर्ग के स्वीकृत पदों के पुनर्गठन को लेकर पत्र जारी किया गया था जिसमे अधिकांश विभागों द्वारा मंत्रालयिक संवर्ग के पदों का पुनर्गठन राज्य सरकार के आदेश अनुसार किए जा चुके हैं लेकिन विद्युत निगमों में आज तक मंत्रालयिक संवर्ग के पदों के पुनर्गठन के संबंध में कोई उचित कार्यवाही नहीं की गई।
जिससे विद्युत कंपनियों के लगभग 10 हजार मंत्रालयिक कर्मचारियों में भारी रोष है। संगठन के प्रदेश महामंत्री मुकेश कटारिया ने बताया कि मंत्रालयिक कर्मचारी संगठन द्वारा विद्युत भवन जयपुर में अप्रैल 28 अप्रैल को सांकेतिक धरने का आह्वान भी किया गया है।
साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा यह कथन कहा गया कि मैं देते देते नहीं थकूंगा आप लेते लेते थक जाओगे उक्त वाक्य की स्वयं मुख्यमंत्री अवहेलना कर रहे हैं हमारे कर्मचारी वर्ग में असंतोष है।मांग को लेकर बैठक के बाद मुख्यमंत्री गहलोत को पत्र लिखा गया एव मांग पर जल्द कार्यवाही की मांग की गई। इस मौके पर राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी संगठन के प्रदेश पदाधिकारी मौजूद रहे।