जयपुर: उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने तीज महोत्सव की प्रदेशवासियों को शुभकामनायें और बधाई देते हुए कहा कि तीज महोत्सव राजस्थान की अनूठी पहचान है। बदलते समय के साथ हम नवाचार कर रहे है जिस से ना केवल पर्यटक आकर्षित हो बल्कि हमारी नयी पीढ़ी भी त्योहार को बड़े ही चाव से मनाएं।
इस बार मनाया गया तीज का उत्सव इसी का प्रतीक है कि बड़ी संख्या में जयपुर शहर वासियों ने तथा देशी-विदेशी पर्यटकों ने तीज माता की सवारी महोत्सव में सहभागिता की है। वहीं पर्यटन विभाग के द्वारा नवाचारों करते हुए इस बार विभागीय वैवसाइट व विभाग के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउन्ट्स पर लाइव स्ट्रीमिंग की गई है। जिससे बड़ी संख्या में दर्शकों ने घर बैठे ही सजीव प्रसारण देखकर तीज त्यौहार का आनंद लिया है।
शाही अंदाज से निकाली गई तीज माता की सवारी:
सावन की रिमझिम फुहारों के बीच तीज की सवारी पूरे हर्ष उल्लास के साथ सिटी पैलेस से निकाली गई। इस बार शोभा यात्रा में आएसी व जैल बैंड द्वारा प्रस्तुतियों से वातावरण गुंजायमान हो गया। दर्शक भी तीज की सवारी देख झूमते हुए दिखाई दिए। लोक कलाकारों द्वारा जनानी ड्योढ़ी, छोटी चौपड़ व ताल कटोरा तक मार्ग पर तथा मार्ग में बनाए गए मंचों पर आकर्षक प्रस्तुतियां दी गई। जिसे देखकर दर्शक झूम उठे और समूचे उल्लास व जोश के साथ एक-एक प्रस्तुति का आनंद लेते हुए दिखाई दिए।
ढ़ोल नंगाडों की गूंज से सभी मन्त्रमुग्ध हो गए। लगातार हो रही रिमझिम में भी न तो दर्शकों का उत्साह कम हुआ और न ही कलाकारों कला प्रदर्शन का जूनून। कलाकारों ने एक एक से बेहतरीन प्रस्तुतियां देकर वातावरण को अद्भुत और भव्य बना दिया। शाही हाथी, सजे हुए ऊंट और उन पर सवार लंबी-लंबी मूँछ लहराते राजस्थानी वेशभूषा में पुरुष, घोड़े, शान से सजी हुई पालकिया, देवी देवताओं का रूप धारण किए हुए बहुरुपियों के साथ ही उछल कूद करते बन्दर रूपी बहुरुपिये दर्शकों में कोलाहल मचा रहे थे, कालबेलिया कलाकार, कच्छी घोड़ी, नर्तक, बैंड बाजों की स्वरलाहरियों के साथ लोक कलाकारों की मनोहारी प्रस्तुति और आतिशबाजी के आयोजन ने सम्पूर्ण आयोजन को अद्वितीय बना दिया।
पर्यटन विभाग द्वारा तीज माता की शोभायात्रा और अधिक यादगार बनाने के लिए पर्यटकों के लिए हिन्द होटल के समीप ही अन्य स्थानों पर भी बैठक व्यवस्था की गई। साथ ही तीज माता की शोभायात्रा पर ड्रोन द्वारा पुष्प वर्षा भी गई।