कोयले और बिजली का उत्पादन अगले तीन-चार दिनों में सामान्य हो जाएगा: प्रह्लाद जोशी
एक पुस्तक के विमोचन के मौके पर शनिवार को केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि इस साल भारी बारिश के चलते भी कोयले के उत्पादन और आपूर्ति में कमी आई है। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कोयला के महंगा होने से इसकी आपूर्ति एवं बिजली के उत्पादन में कमी आई है। लेकिन उन्होंने भरोसा दिया है कि अगले तीन से चार दिनों में हालात सामान्य हो जाएंगे।
हालांकि कोयला मंत्री ने कहा की “यदि पिछले कई सालों के आंकड़ों को मिलाएंगे तो पाएंगे कि इस साल सितंबर तथा अक्टूबर में कोयले का उत्पादन एवं इसकी आपूर्ति सबसे अधिक रही है। उम्मीद है कि अगले तीन से चार दिनों में हालात सामान्य हो जाएंगे।” जोशी ने कहा की “आयात किए जाने वाले कोयले के अंतरराष्ट्रीय दाम अचानक से बढ़ गए हैं।
इसलिए आयातित कोयले से चलने वाले बिजली घरों ने अपना उत्पादन बंद कर दिया है। ऐसे संयंत्रों के बंद हो जाने के बाद समूचा भार घरेलू कोयले पर आ गया है।” कोयला मंत्री ने बताया है कि वो अगले एक-दो दिनों में कोयले की उपलब्धता का ‘पूरा ब्यौरा’ पेश करेंगे।
केजरीवाल ने पीएम नरेंद्र मोदी को लिखा पत्र
इससे पहले शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है। उन्होंने पीएम से अनुरोध किया है कि दिल्ली को बिजली देने वाले ताप विद्युत संयंत्रों को कोयले की पर्याप्त आपूर्ति की जाए।
केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया है कि कोयले की कमी के कारण आगामी दिनों में दिल्ली को बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, दिल्ली के बिजली मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया था कि दिल्ली की अधिकांश बिजली एनटीपीसी से खरीदी जाती है तथा यदि उसने आपूर्ति बंद कर दी, तो दिल्ली को ‘ब्लैकआउट’ के हालातों का भी सामना करना पड़ सकता है।
इन मामलों पर जोशी ने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री को लिखे केजरीवाल के पत्र के बारे में जानकारी है और इस मामले पर वो एनटीपीसी से जानकारी मांगेंगे।