भारतीय शिक्षा समिति गंगापुर सिटी सवाई माधोपुर के जिला व्यवस्थापक कानसिंह सोलंकी की प्रेरणा से आध्यात्मिकता से संस्कारों की ओर संकल्पना को लेकर हम्मीर ब्रिज के नीचे बावरिया बस्ती में स्थित हनुमानदास मन्दिर में आयोजित श्रीमद्भागवत भक्त चरित्रामृत कथा में कथावाचक द्वारा भजनों की प्रस्तुति से बस्ती के भक्त गण आत्मविभोर होकर झूम उठें। जिला प्रचार-प्रसार प्रमुख एवं जिला निरीक्षक महेन्द्र कुमार जैन ने बताया कि श्रीमद्भागवत कथा का बुधवार को समापन हुआ।
भागवत कथा में चार वेद, पुराण, गीता एवं श्रीमद्भगवद्गीता महापुराण की व्याख्या, प्रभुपाद, पंडित लक्ष्मीकांत शास्त्री के मुखारवृंद से उपस्थित भक्तों ने श्रवण किया। भगवान श्रीकृष्ण के वात्सल्य व असीम प्रेम के अलावा उनके द्वारा किए गए विभिन्न लीलाओं का वर्णन कर वर्तमान समय में समाज में व्याप्त अत्याचार, अनाचार, कटुता, व्यभिचार को दूर कर सुंदर समाज निर्माण के लिए युवाओं को प्रेरित किया।
इस धार्मिक अनुष्ठान के समापन दिवस पर भगवान श्रीकृष्ण की सर्वोपरि लीला श्रीरासलीला, मथुरा गमन, दुष्टकंस राजा के अत्याचार से मुक्ति के लिए कंसवध, कुबजा उद्धार, रुक्मणि विवाह, शिशुपाल वध एवं सुदामा चरित्र का वर्णन कर लोगों को भक्तिरस में डुबो दिया। इस दौरान भजन गायक ने उपस्थित लोगों को ताल एवं धुन पर नृत्य करने के लिए विवश कर दिया। इस कथा में आस-पास की बस्ती से काफी संख्या में महिला-पुरूषों भक्तों ने इस कथा का आनंद उठाया। इस कथा में पूरा वातावरण भक्तिमय रहा। इस दौरान बस्ती की माता-बहिनों को ओढ़नी वितरित की गई।
कथा के पश्चात आरती की गई व सभी भक्तों ने पंगत में बैठकर प्रसादी पाई। इस दौरान विद्या भारती संस्थान राजस्थान के क्षेत्रीय संस्कार केन्द्र प्रमुख बाबूलाल शर्मा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, फतेहपुर सीकरी के संघचालक महावीर सिंह आर्य, भारतीय शिक्षा समिति के जिला व्यवस्थापक कानसिंह सोलंकी, सह व्यवस्थापक गजेन्द्रपाल जादौन, जिला सचिव जगदीश शर्मा, पतंजलि योगपीठ के मोहनलाल कौशिक, रजत भारद्वाज, जिला संस्कार केन्द्र प्रमुख महेन्द्र वर्मा आदि उपस्थित थे।